मानसून का कहर: दिल्ली-NCR में जलभराव, उड़ानें डायवर्ट, हिमाचल में 85 की मौत
Samira Vishwas July 10, 2025 12:03 PM

दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में बुधवार को मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया। गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और नोएडा जैसे इलाकों में सड़कों पर पानी भर गया, जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। मुख्य सड़कों और हाईवे पर लंबे जाम लग गए, खासकर पीक आवर्स में लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने गुरुवार (10 जुलाई 2025) को भी दिल्ली-NCR और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।

जयपुर बने विमानों का ठिकाना
खराब मौसम ने दिल्ली में उड़ान संचालन को भी प्रभावित किया। बुधवार शाम को खराब मौसम के कारण छह विमानों को जयपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर डायवर्ट करना पड़ा। इनमें अकासा एयरलाइंस का गोवा-दिल्ली विमान (QP 1629), एयर इंडिया का भुज-दिल्ली विमान (AI-814), और कोलकाता-दिल्ली विमान (AI-2768) शामिल हैं। ये विमान देर रात तक जयपुर में मौसम साफ होने की प्रतीक्षा में खड़े रहे।

रेड अलर्ट से पहले ही बारिश ने दिखाया रंग
मौसम विभाग ने बुधवार शाम 7 बजे भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया, लेकिन उससे पहले ही दिल्ली-NCR के कई इलाकों में तेज बारिश शुरू हो चुकी थी। हैरानी की बात यह रही कि रेड अलर्ट जारी होने के बाद बारिश की तीव्रता में कमी देखी गई। मौसम विभाग के अनुसार, पूर्व की ओर बढ़ते बादलों के कारण मध्यम से भारी बारिश हुई, जिसमें गरज-चमक के साथ 30-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएँ भी चलीं।

यूपी, एमपी, और अन्य राज्यों में भी बारिश का अन्‍न‍धान
मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, पश्चिम मध्य प्रदेश, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, केरल, अंडमान-निकोबार, और पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। वहीं, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, विदर्भ, तटीय कर्नाटक, और कोंकण-गोवा में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।

हिमाचल में मानसून की मार, 85 की मौत
हिमाचल प्रदेश में मानसून ने भारी तबाही मचाई है। हिमाचल आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, 20 जून से शुरू हुए मानसून सीजन में अब तक 85 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें से 54 मौतें भूस्खलन, अचानक बाढ़, और बादल फटने जैसी प्राकृतिक आपदाओं के कारण हुईं, जबकि 31 सड़क हादसों में मारे गए। मंडी जिला सबसे अधिक प्रभावित रहा, जहाँ 17 लोगों ने जान गंवाई। इसके अलावा, 129 लोग घायल हुए और 34 लापता हैं। बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान हुआ है, जिसमें 320 घर पूरी तरह नष्ट हो गए और 69,265.60 लाख रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ।

आगे की चेतावनी
मौसम विभाग ने हिमाचल के मंडी, कांगड़ा, और सिरमौर जिलों में 10 जुलाई के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका है। उत्तराखंड के चमोली, टिहरी, उत्तरकाशी, और रुद्रप्रयाग जिलों में भी भूस्खलन का खतरा बना हुआ है।

निष्कर्ष
दिल्ली-NCR और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में मानसून की बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया है, वहीं हिमाचल में आपदा ने भारी तबाही मचाई है। प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा है, लेकिन लोगों से सतर्कता बरतने और जोखिम वाले क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की जा रही है।

© Copyright @2025 LIDEA. All Rights Reserved.