Student Union Election: राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव पर घमासान, जानें UP समेत किन-किन राज्यों में लगी है रोक
TV9 Bharatvarsh July 11, 2025 03:42 AM

राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव को लेकर घमासान शुरू हो गया है. साल 2020 में कोविड महामारी की वजह से यहां छात्रसंघ चुनाव को स्थगित कर दिया गया था, लेकिन अब तो कोविड भी चला गया है, पर छात्रसंघ चुनाव अब तक नहीं हो पाए हैं. साल 2022 और 2023 में राजस्थान की अलग-अलग यूनिवर्सिटीज में इसको लेकर खूब प्रदर्शन भी हुए थे, लेकिन चुनाव कराने को लेकर कोई सुगबुगाहट देखने को नहीं मिली. अब ऐसे में छात्र राजनीति से जुड़े छात्रों ने आरोप लगाया है कि सरकार लोकतांत्रिक प्रक्रिया को दबाने की कोशिश कर रही है. आइए जानते हैं कि राजस्थान के अलावा और किन-किन राज्यों में छात्रसंघ चुनावों पर रोक लगी है?

छात्रसंघ चुनाव को राजनीति की नर्सरी माना जाता है, क्योंकि यहीं से निकल कर कई छात्र नेता बड़े-बड़े राजनीतिक पदों पर पहुंचे हैं. इनमें पूर्व पीएम वी.पी. सिंह से लेकर पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. शंकर दयाल शर्मा जैसे बड़े नाम शामिल हैं. देश और प्रदेश के विश्वविद्यालयों में होने वाले छात्रसंघ चुनावों से ही निकल कर ये नेता बड़े पदों पर पहुंचे थे.

UP में कब से नहीं हुए छात्रसंघ चुनाव?

उत्तर प्रदेश की अगर बात करें तो यहां साल 2007 से ही छात्रसंघ चुनाव पर रोक लगी है. दरअसल, उस समय राज्य में बसपा की सरकार थी, जिसने छात्रसंघ चुनाव में हिंसा का हवाला देते हुए इसपर प्रतिबंध लगा दिया था. इसके बाद से कई बार लखनऊ विश्वविद्यालय समेत प्रदेश की कई यूनिवर्सिटीज में फिर से छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग की गई, लेकिन सरकारें बदलती गईं, पर छात्रों की ये मांग अभी भी अधूरी ही है. हालांकि पिछले साल राज्य के सीएम योगी आदित्यनाथ ने फिर से छात्रसंघ चुनाव कराने की बात कही थी, लेकिन वो भी अभी तक ठंडे बस्ते में ही है.

क्या बिहार में भी बंद हैं छात्रसंघ चुनाव?

पटना विश्वविद्यालय में इसी साल छात्रसंघ चुनाव हुए हैं, जिसमें एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड बना है. 107 साल में ऐसा पहली बार हुआ है जब अध्यक्ष सहित तीन प्रमुख पदों पर महिला उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है. वैसे पटना यूनिवर्सिटी में भी 2 साल के बाद छात्रसंघ चुनाव हुए हैं. यहां आखिरी बार 2022 में चुनाव हुए थे. यहां का एक दिलचस्प इतिहास ये है कि पटना विश्वविद्यालय में 1984 तक छात्रसंघ चुनाव हुए थे, लेकिन फिर बढ़ते हिंसा के कारण इसपर रोक लगा दिया गया था. उसके बाद करीब 28 साल तक यहां छात्रसंघ चुनाव नहीं हुए थे.

झारखंड में भी नहीं हो रहे छात्रसंघ चुनाव

झारखंड के भी हालात कुछ ठीक नहीं हैं. यहां के सभी विश्वविद्यालयों में पिछले 7 सालों से छात्रसंघ चुनाव नहीं हुए हैं. पिछली बार साल 2019 में यहां छात्रसंघ चुनाव कराए गए थे, लेकिन फिर कोविड महामारी आ गई और चुनाव ठप हो गए. इसके बाद से ये चुनावी प्रक्रिया अब तक शुरू ही नहीं हो पाई है. वैसे कुछ विश्वविद्यालयों का कहना है कि जल्द ही नामांकन प्रक्रिया पूरी होगी और उसके बाद छात्रसंघ चुनाव कराए जाएंगे.

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