भारत में रिफाइंड तेल के खतरनाक प्रभाव: जानें क्यों हो रही हैं लाखों मौतें
Gyanhigyan August 06, 2025 10:42 AM
रिफाइंड तेल का खतरनाक सच

आप सभी खाना बनाते समय तेल का उपयोग करते हैं, क्योंकि बिना तेल के सब्जियों का कोई महत्व नहीं होता। लगभग हर पकवान में तेल का होना आवश्यक है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे तेल के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके इस्तेमाल से हजारों लोगों ने अपनी जान गंवाई है।


केरल आयुर्वेदिक यूनिवर्सिटी के अनुसंधान केंद्र के अनुसार, रिफाइंड तेल हर साल 20 लाख लोगों की मौत का कारण बन रहा है।


रिफाइंड तेल के दुष्प्रभाव

रिफाइंड तेल का सेवन करने से कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे डीएनए क्षति, आरएनए का नाश, दिल का दौरा, हृदय में रुकावट, मस्तिष्क क्षति, लकवा, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, नपुंसकता, कैंसर, हड्डियों का कमजोर होना, जोड़ों में दर्द, कमर दर्द, किडनी क्षति, लिवर खराब होना, कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना, दृष्टि में कमी, प्रदर रोग, बांझपन, पाइल्स, और त्वचा रोग।


रिफाइंड तेल कैसे बनाया जाता है

रिफाइंड तेल बनाने की प्रक्रिया में बीजों से छिलके सहित तेल निकाला जाता है। इस प्रक्रिया में जो अशुद्धियाँ आती हैं, उन्हें साफ करके तेल को स्वाद, गंध और रंग रहित करने के लिए रिफाइंड किया जाता है।


वाशिंग – रिफाइंड तेल की वाशिंग के लिए पानी, नमक, कास्टिक सोडा, गंधक, पोटेशियम, तेजाब और अन्य खतरनाक एसिड का उपयोग किया जाता है, ताकि अशुद्धियाँ बाहर निकल जाएं। इस प्रक्रिया में तारकोल जैसी गाढ़ी अपशिष्ट निकलती है, जिसका उपयोग टायर बनाने में किया जाता है। यह तेल एसिड के कारण विषाक्त बन जाता है।


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