मिठाई का नाम आते ही मुंह में पानी आ जाता है — रसगुल्ला, बर्फी, कलाकंद, मिल्क केक… ये स्वाद सीधे दिल तक पहुंचता है। लेकिन मिठास के इस सफर में एक कड़वी सच्चाई भी छिपी हो सकती है। क्या आपने सोचा है कि जिस मिठाई को आप बड़े चाव से खा रहे हैं, वह कहीं नकली दूध से तो नहीं बनी? विशेषज्ञों की मानें तो इन दिनों बाजार में नकली दूध और उससे तैयार मिठाइयों की भरमार है। देखने में चमकदार और स्वाद में लुभावनी ये मिठाइयां असल में स्वास्थ्य के लिए जहर साबित हो सकती हैं। नकली दूध में अक्सर डिटर्जेंट, सिंथेटिक फैट और स्टार्च जैसे हानिकारक पदार्थ मिलाए जाते हैं, जो किडनी, लीवर और पाचन तंत्र को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं। लेकिन घबराने की जरूरत नहीं — बस 5 सेकंड में आप इसका पता लगा सकते हैं।
1. पानी टेस्ट – तुरंत खुल जाएगा राज
- मिठाई का एक छोटा टुकड़ा लें और साफ पानी से भरे गिलास में डालें।
- अगर वह जल्दी घुल जाए या पानी सफेद हो जाए, तो समझ लीजिए इसमें स्टार्च और नकली फैट मिला है।
- असली दूध से बनी मिठाई पानी में जल्दी नहीं घुलती और उसका रंग स्थिर रहता है।
2. चमक से धोखा न खाएं
- बहुत ज्यादा सफेद और चकाचक मिठाई देखकर खुश मत होइए।
- असली दूध से बनी मिठाई में हल्का क्रीम या ऑफ-व्हाइट रंग होता है।
- अगर रंग अत्यधिक सफेद और चमकदार है, तो हो सकता है उसमें ब्लीचिंग एजेंट का इस्तेमाल हुआ हो।
3. गंध और स्वाद – सबसे सटीक सुराग
- मिठाई को सूंघकर और चखकर भी पहचान सकते हैं।
- नकली दूध वाली मिठाई में हल्की केमिकल या साबुन जैसी गंध आ सकती है।
- स्वाद अगर कड़वा, अजीब या अप्राकृतिक लगे, तो तुरंत खाना बंद करें।
4. गर्म करने का तरीका
- मिठाई को हल्का सा गर्म करें।
- अगर उसमें से झाग उठने लगे या बदबू आए, तो यह नकली दूध का संकेत है।
- असली दूध की मिठाई गर्म करने पर हल्की और ताज़ा खुशबू देती है।
5. खराब होने का समय देखें
- असली दूध की मिठाई 1-2 दिन में खराब हो जाती है।
- अगर कोई मिठाई 4-5 दिन तक भी वैसी ही दिख रही है, तो मान लीजिए इसमें प्रिज़र्वेटिव और नकली दूध का खेल है।