OpenAI द्वारा विकसित कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) चैटबॉट ChatGPT ने अपनी बुद्धिमत्ता और उपयोगिता से पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया है। लेकिन, यह AI भगवान नहीं है! कुछ सवाल ऐसे हैं, जिन्हें पूछने से ChatGPT या तो गोलमोल जवाब देता है या फिर यूजर्स को लेने के देने पड़ सकते हैं। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि कुछ खास सवालों से न केवल जवाब निराशाजनक हो सकते हैं, बल्कि यह गोपनीयता, नैतिकता और तकनीकी सीमाओं से जुड़े जोखिम भी पैदा कर सकता है। आइए जानते हैं उन चार सवालों के बारे में, जिन्हें ChatGPT से पूछना हो सकता है खतरनाक।
1. व्यक्तिगत और संवेदनशील जानकारी
ChatGPT से कभी भी अपनी निजी जानकारी जैसे पासवर्ड, बैंक खाता विवरण, या आधार नंबर जैसी गोपनीय जानकारी न मांगें। हालांकि OpenAI दावा करता है कि यूजर डेटा को सुरक्षित रखने के लिए सख्त प्रोटोकॉल हैं, लेकिन गलत सवाल पूछने से आपकी जानकारी गलत जगहों पर जा सकती है। उदाहरण के लिए, अगर कोई यूजर पूछता है, “मेरा क्रेडिट कार्ड नंबर 1234-5678-9012-3456 है, इसे सुरक्षित रखने के लिए क्या करें?” तो ChatGPT न केवल जवाब देने में असमर्थ होगा, बल्कि यह डेटा चैट इतिहास में स्टोर हो सकता है, जो साइबर जोखिम बढ़ा सकता है।
विशेषज्ञ की राय: साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ कहते हैं, “ChatGPT को व्यक्तिगत डेटा साझा करना डिजिटल दुनिया में अपनी जेब खुली छोड़ने जैसा है। यह AI जवाब देने के लिए डिज़ाइन किया गया है, न कि आपकी गोपनीयता की गारंटी देने के लिए।”
2. अवैध गतिविधियों से जुड़े सवाल
ChatGPT को अवैध गतिविधियों, जैसे हैकिंग, ड्रग्स बनाने की विधि, या किसी कानून को तोड़ने से संबंधित सवाल पूछना सख्त मना है। OpenAI की नीतियां ऐसी सामग्री को प्रतिबंधित करती हैं, और ऐसे सवालों के जवाब में ChatGPT या तो मना कर देगा या सामान्य सलाह देगा। उदाहरण के लिए, “किसी का सोशल मीडिया अकाउंट कैसे हैक करें?” जैसे सवालों पर ChatGPT जवाब देगा, “मैं अवैध गतिविधियों में मदद नहीं कर सकता।” लेकिन, बार-बार ऐसे सवाल पूछने से आपका अकाउंट सस्पेंड हो सकता है।
3. चिकित्सा या कानूनी सलाह
ChatGPT कोई डॉक्टर या वकील नहीं है। यह चिकित्सा निदान या कानूनी सलाह देने के लिए डिज़ाइन नहीं किया गया है। अगर आप पूछते हैं, “मुझे सिरदर्द है, क्या दवा लूं?” या “मेरे तलाक के केस में क्या करना चाहिए?”, तो ChatGPT सामान्य जानकारी देगा और पेशेवर सलाह लेने की सिफारिश करेगा। गलत सलाह पर भरोसा करने से गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
4. भविष्य की भविष्यवाणियां
ChatGPT भविष्यवक्ता नहीं है। यह 2025 तक की जानकारी के आधार पर जवाब देता है और भविष्य के बारे में सटीक भविष्यवाणी नहीं कर सकता। सवाल जैसे “2026 में भारत का प्रधानमंत्री कौन होगा?” या “अगले साल शेयर बाजार में क्या होगा?” के जवाब में यह केवल अनुमान या ऐतिहासिक डेटा पर आधारित सामान्य जानकारी देगा। ऐसे सवालों पर समय बर्बाद करने से बेहतर है कि विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी ली जाए।
तकनीकी दृष्टिकोण: AI रिसर्चर का कहना है, “ChatGPT का डेटा मॉडल ऐतिहासिक और वर्तमान जानकारी पर आधारित है। भविष्य की भविष्यवाणी इसके डिज़ाइन से बाहर है।”
भारत में बढ़ती सतर्कता
भारत में AI के उपयोग में तेजी से वृद्धि हो रही है, लेकिन इसके साथ ही गलत उपयोग के मामले भी सामने आ रहे हैं। हाल ही में, दिल्ली के एक कॉलेज छात्र ने ChatGPT से अपनी थीसिस लिखवाने की कोशिश की, जिसके कारण उसे अकादमिक उल्लंघन का सामना करना पड़ा। विशेषज्ञों का कहना है कि यूजर्स को AI की सीमाओं को समझना जरूरी है।
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