कॉन्स्टिट्यूशन क्लब पर पिछले कई सालों से राजीव प्रताप रूडी का सियासी वर्चस्व है. वहीं इस बार भी उन्होंने संजीव बालियान को हराकर अपना दबदबा कायम रखा है. 2009, 2014 और 2019 में भी राजीव प्रताप रूडी निर्विरोध जीत दर्ज कर चुके हैं. पांच बार से लोकसभा सदस्य राजीव प्रताप रूडी को उनकी ही पार्टी बीजेपी के संजीव बालियान से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा. रूडी पिछले 25 साल से इस क्लब के सचिव हैं.
शुरू में यह क्लब बहुत सक्रिय नहीं था, लेकिन 1998-99 में तत्कालीन लोकसभा अध्यक्ष जीएमसी बालयोगी ने इसके लिए एक विजन कमेटी का गठन किया था. वहीं बिहार के सारण से सात बार के सांसद बीजेपी के दिग्गज नेता राजीव प्रताप रूडी को इस क्लव का सचिव (प्रशासन) नॉमिनेट किया गया था.
गवर्निंग काउंसिल का पहला चुनावइसके बाद लोकसभा स्पीकर रहे वामपंथी नेता सोमनाथ चटर्जी के कार्यकाल में इसमें चुनाव आधारित व्यवस्था की नींव डाली गई. इसके लिए दो अगस्त 2008 को क्लब के बायलॉज को स्वीकृति दी गई. जिसके बाद 18 फरवरी 2009 को इसके गवर्निंग काउंसिल का पहला चुनाव कराया गया.
राजीव प्रताप रूडी का सियासी सफरबिहार के सारण लोकसभा सीट से सांसद और केंद्र सरकार में मंत्री राजीव प्रताप रुडी का जन्म 30 मार्च 1962 को हुआ था. उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी को हराया था. सियासत में कदम रखने से पहले राजीव प्रताप रूडी पटना के एएन कॉलेज में लेक्चरर थे. हालांकि लेक्चरर बनने से पहले वो छात्र राजनीति में एक्टिव थे.
साल 1990 में रूडी, बिहार की तरैया विधानसभा के विधायक के रूप में चुने गए, उस समय उनकी उम्र सिर्फ 28 साल थी. इसके बाद 1996 में हुए आम चुनाव में वह बीजेपी की टिकट पर लोकसभा के लिए सांसद चुने गए. 1999 में वे एक बार फिर से सांसद चुने गए और अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मिनिस्टर ऑफ स्टेट फॉर कॉमर्स एंड इंडस्ट्री बनाए गए थे.
हालांकि, बाद में उन्हें मिनिस्ट्री ऑफ सिविल एविएशन का स्वतंत्र प्रभार दिया गया था. 2008 में वह बिहार से राज्यसभा के लिए सांसद चुने गए और 2014 के लोकसभा चुनाव में सारण से लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी को हराकर फिर लोकसभा पहुंचे.
उन्हें 9 नवंबर 2014 को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया और मिनिस्टर ऑफ स्टेट फॉर स्किल डेवलपमेंट एंटरप्रेन्योर मिनिस्टर (इंडिपेंडेंट चार्ज) बनाया गया था. 2019 के लोकसभा चुनाव में राजीव प्रताप रूडी का मुकाबला लालू यादव के समधी चंद्रिका राय से हुआ. रूडी ने उन्हें भी एक लाख 38 हजार 429 वोट के बड़े अंतर से हरा दिया था. इसके बाद 2024 के चुनाव में रूडी के सामने सारण सीट पर लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य थीं. लेकिन राजीव प्रताप रूडी ने एक बार फिर जीत हासिल की.
कितने पढ़े लिखे हैं बीजेपी सांसद रूडी?कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के नवनिर्वाचित सचिव राजीव प्रताप रूडी की शुरुआती पढ़ाई सेंट माइकल हाई स्कूल से हुई है. उसके बाद वह चंडीगढ़ चले गए, यहां सेक्टर 10 में स्थित डीएवी कॉलेज से उन्होंने प्री-यूनिवर्सिटी और प्री-इंजीनियरिंग का पढ़ाई पूरा किया. उन्होंने चंडीगढ़ के ही सरकारी कॉलेज से अर्थशास्त्र में बीए (ऑनर्स) की डिग्री भी हासिल की. उनके पास लॉ की भी डिग्री है, जिसे उन्होंने साल 1985 में पंजाब यूनिवर्सिटी से ली थी. इसके बाद 1987 में मगध यूनिवर्सिटी से उन्होंने अर्थशास्त्र में पोस्ट ग्रेजुएशन किया था.
कमर्शियल पायलट लाइसेंसरूडी ने पायलट की भी ट्रेनिंग ली हुई है. वह कमर्शियल पायलट लाइसेंसधारक हैं. उन्होंने यूएस फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) द्वारा अनुमोदित मियामी, फ्लोरिडा के सिमसेंटर से ए-320 विमान उड़ाने की ट्रेनिंग ली है. वह अक्सर पटना से विमान उड़ाकर दिल्ली आते जाते रहते हैं.
कॉन्स्टिट्यूशन क्लब का राजनीतिक महत्वकॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया देश के सांसदों का क्लब है, जिसके चलते इसे मिनी संसद भी कहा जाता है. इस क्लब की स्थापना साल 1947 में हुई. संविधान सभा के सदस्यों के बीच संवाद के लिए इसकी बुनियाद पड़ी. बाद में इसे सांसदों के क्लब के रूप में मान्यता दे दी गई. हालांकि इसकी औपचारिक संरचना 1965 में राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन द्वारा उद्घाटन के साथ स्थापित हुई. तब से अब तक मौजूदा सांसदों के मिलने-जुलने समेत विभिन्न गतिविधियों के केंद्र के तौर पर यह क्लब काम करता है.