आमतौर पर अलग-अलग प्रजातियों के फलों के उत्पादन के लिए अलग-अलग पौधों की जरूरत होती है, लेकिन सीवान जिले के किसान अशोक सिंह ने बागवानी में ऐसा प्रयोग किया है, जिसने कृषि वैज्ञानिकों को भी हैरान कर दिया है। उन्होंने 8 अलग-अलग किस्मों के आम के पौधों की क्रॉस ब्रीडिंग करके एक ही पेड़ पर 8 प्रजातियों के आम उगाने में सफलता पाई है।
अशोक सिंह ने बताया कि यह प्रयोग कई सालों की मेहनत और वैज्ञानिक अध्ययन के बाद सफल हुआ है। उन्होंने अलग-अलग किस्मों के पौधों का चयन किया और उन्हें विशेष तकनीक के माध्यम से क्रॉस ब्रीडिंग के तहत एक पेड़ में लगाया। इसके परिणामस्वरूप अब उनका एक ही पेड़ सुपरफ्रूट पेड़ के रूप में उभर चुका है, जिस पर 8 अलग-अलग प्रकार के आम लग रहे हैं।
किसान ने यह भी बताया कि आने वाले वर्षों में उनका लक्ष्य है कि वह 100 अलग-अलग किस्मों के आम को एक ही पेड़ पर उगाने में सफलता हासिल करें। इसके लिए उन्होंने नई तकनीकों और जैविक विधियों पर काम शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि यह प्रयोग केवल उनकी खेती तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि आने वाले समय में कृषि और बागवानी विज्ञान के लिए नई दिशा तय करेगा।
कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि अशोक सिंह का यह प्रयोग भारतीय कृषि और बागवानी क्षेत्र के लिए बड़ा उदाहरण है। इससे किसानों को कम जगह में अधिक प्रकार के फलों का उत्पादन करने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही यह फल उत्पादन की विविधता और लाभकारी मॉडल प्रस्तुत करता है।
स्थानीय लोगों और अन्य किसानों ने भी इस अनोखे प्रयोग की सराहना की है। उन्होंने कहा कि अशोक सिंह के इस प्रयास से कृषि में नवाचार और प्रयोग को बढ़ावा मिलेगा। अब अन्य किसान भी उनके अनुभव और तकनीक से सीख लेकर अपनी बागवानी में सुधार कर सकते हैं।
विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि ऐसे प्रयोग कृषि विज्ञान में नई खोजों का मार्ग प्रशस्त करते हैं। इससे न केवल उत्पादकता बढ़ती है, बल्कि किसानों को बाजार में अलग किस्मों के फलों की मांग पूरी करने का अवसर भी मिलता है।
अशोक सिंह का यह प्रयास यह दिखाता है कि नवाचार और प्रयोगात्मक कृषि के जरिए सीमित संसाधनों में भी बेहतर उत्पादन और लाभ हासिल किया जा सकता है। उनका यह सुपरफ्रूट पेड़ आने वाले समय में सीवान और बिहार के कृषि मानचित्र में एक महत्वपूर्ण स्थान बना सकता है।
इस अनोखे प्रयोग ने साबित कर दिया है कि किसानों में नवाचार की क्षमता और कृषि विज्ञान के प्रति लगन से ही नई सफलताएँ हासिल की जा सकती हैं।