ट्रंप परिवार से गहरी नजदीकी
सर्जियो गोर लंबे समय से ट्रंप परिवार के करीबी माने जाते हैं। उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप जूनियर के साथ मिलकर Winning Team Publishing की स्थापना की थी, जिसके तहत राष्ट्रपति ट्रंप की दो किताबें प्रकाशित हुईं। इसके अलावा वे ट्रंप समर्थक सबसे बड़े सुपर पीएसी में से एक के संचालन में भी शामिल रहे। ट्रंप ने उनकी प्रशंसा करते हुए कहा कि गोर न केवल एक विश्वसनीय सहयोगी हैं, बल्कि उनके अभियानों और प्रकाशन कार्यों में भी हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे हैं। ट्रंप के मुताबिक गोर इस क्षेत्र के लिए एक शानदार प्रतिनिधि साबित होंगे।
गोर की प्रतिक्रिया
भारत के लिए राजदूत नियुक्त किए जाने पर सर्जियो गोर ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने लिखा – “भारत में अमेरिका का प्रतिनिधित्व करना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान होगा। अमेरिकी जनता की सेवा करने से बड़ा गर्व मेरे लिए कुछ नहीं हो सकता। मैं राष्ट्रपति ट्रंप के विश्वास और भरोसे के लिए आभारी हूं। यह मेरे करियर की ऐतिहासिक उपलब्धि है।”
प्रशासनिक अनुभव और योगदान
सर्जियो गोर ने ट्रंप प्रशासन के दौरान वरिष्ठ अधिकारियों की नियुक्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। हाल ही में वे नासा प्रमुख पद के लिए अरबपति जेरेड इसाकमैन के नामांकन की प्रक्रिया में भी सक्रिय रहे। गोर को उस शख्सियत के तौर पर देखा जाता है, जिन्होंने प्रशासनिक ढांचे को ट्रंप की दृष्टि के अनुरूप ढालने में सफलता हासिल की।
एरिक गार्सेटी के बाद नई जिम्मेदारी
सर्जियो गोर भारत में अमेरिकी राजदूत के रूप में एरिक गार्सेटी का स्थान लेंगे। गार्सेटी ने 11 मई 2023 से 20 जनवरी 2025 तक इस पद पर कार्य किया था। उनसे पहले केनेथ जस्टर (2017–2021) भारत में अमेरिकी दूत रहे। गार्सेटी के कार्यकाल के बाद से दूतावास का प्रभार अस्थायी रूप से जॉर्गन के. एंड्रयूज संभाल रहे थे, जिन्होंने 20 जनवरी 2025 को यह जिम्मेदारी ली थी। अब गोर की नियुक्ति पर अंतिम मुहर अमेरिकी सीनेट से लगनी बाकी है। तब तक वे व्हाइट हाउस में अपनी वर्तमान भूमिका निभाते रहेंगे।