
Newsindia live,Digital Desk: Vastu Shastra: अपने कार्यस्थल या ऑफिस में भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करना अत्यंत शुभ माना जाता है। गणेश जी को बुद्धि, विवेक और विघ्नों को हरने वाला देवता माना गया है। उनकी उपस्थिति से कार्यक्षेत्र में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और कामकाज में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं, जिससे तरक्की और सफलता के मार्ग खुलते हैं। हालांकि, ऑफिस में गणपति की मूर्ति रखते समय कुछ विशेष नियमों का पालन करना आवश्यक है ताकि उनका पूर्ण आशीर्वाद प्राप्त हो सके।कैसी हो गणपति की प्रतिमा?वास्तु शास्त्र के अनुसार, ऑफिस के लिए सफेद रंग की गणेश प्रतिमा रखना सबसे उत्तम होता है। सफेद रंग शांति और समृद्धि का प्रतीक है, जो कार्यस्थल के माहौल को सकारात्मक बनाए रखता है। इसके अतिरिक्त, सिंदूरी रंग की प्रतिमा भी रखी जा सकती है। मूर्ति का चयन करते समय ध्यान दें कि गणपति बैठी हुई मुद्रा में हों। ऐसी मूर्ति कार्य में स्थिरता और एकाग्रता लाती है। भगवान गणेश की सूंड बाईं ओर मुड़ी हुई होनी चाहिए, क्योंकि ऐसी मूर्ति की पूजा-अर्चना की विधि सरल होती है और यह शीघ्र प्रसन्न होते हैं। प्रतिमा में गणपति के हाथ में उनका प्रिय भोग मोदक और साथ में उनका वाहन मूषक भी अवश्य होना चाहिए। यह स्वरूप सुख, समृद्धि और पूर्णता का प्रतीक है।स्थापना के नियम और दिशाऑफिस में गणेश जी की मूर्ति को उत्तर-पूर्व दिशा यानी ईशान कोण में स्थापित करना चाहिए, क्योंकि यह दिशा देवी-देवताओं के वास के लिए सबसे पवित्र मानी जाती है। प्रतिमा को इस प्रकार रखें कि जब आप काम करें तो आपकी पीठ उनकी ओर न हो। यह गणपति के प्रति अनादर माना जाता है। ध्यान रखें कि मूर्ति को सीधे जमीन पर न रखें, बल्कि किसी ऊंचे आसन, चौकी या मेज पर स्थापित करें।पूजा-अर्चना और स्वच्छताजिस स्थान पर गणपति की प्रतिमा स्थापित की गई हो, वहां साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। हर दिन पूजा-अर्चना करना अनिवार्य है। प्रतिदिन उन्हें दूर्वा अर्पित करें और "श्री गणेशाय नमः" मंत्र का जाप करें। इससे वातावरण में सकारात्मकता बनी रहती है और भगवान गणेश की कृपा से कामकाज में सफलता मिलती है।