यूरोपीय देशों ने अमेरिका के लिए डाक सेवा रोकी, भारत का भी कदम
newzfatafat August 25, 2025 05:42 AM
डाक सेवा का निलंबन

नई दिल्ली। भारत के बाद, अब कई यूरोपीय देशों ने अमेरिका के लिए डाक सेवा को निलंबित कर दिया है। इसका कारण अमेरिका द्वारा टैरिफ में की गई वृद्धि है। इस निलंबन में इटली, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड और ऑस्ट्रिया जैसे देश शामिल हैं। भारत ने 23 अगस्त को घोषणा की थी कि 25 अगस्त से अमेरिका के लिए डाक सेवा बंद रहेगी।


ट्रंप के नए टैरिफ नियम

डाक सेवा के निलंबन का मुख्य कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लागू किए गए नए टैरिफ नियम हैं। ट्रंप प्रशासन ने 30 जुलाई को एक आदेश जारी किया था, जिसमें 800 डॉलर (लगभग 70,000 रुपये) तक के सामान पर मिलने वाली टैरिफ छूट को समाप्त कर दिया गया। यह छूट 29 अगस्त से खत्म हो जाएगी। अमेरिका की ओर से नए नियमों की जानकारी स्पष्ट नहीं होने के कारण डाक सेवाएं रोकी जा रही हैं।


भारत का अस्थायी निलंबन

भारत के संचार मंत्रालय ने भी कहा है कि अमेरिका द्वारा लागू किए गए टैरिफ नियमों की प्रक्रिया स्पष्ट नहीं है। इसलिए, भारत में अमेरिका के लिए डाक सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित रहेंगी। भारतीय डाक विभाग 25 अगस्त से अमेरिका के लिए अधिकांश डाक सामानों की बुकिंग बंद कर देगा। यह निर्णय फिलहाल अस्थायी है।


यूरोपीय देशों की प्रतिक्रिया

23 अगस्त को डाक विभाग ने एक प्रेस बयान जारी कर इस स्थिति की जानकारी दी थी। इसमें बताया गया कि अब केवल 100 डॉलर (लगभग 8,700 रुपये) तक का सामान बिना टैरिफ के भेजा जा सकेगा। इसी कारण यूरोपीय देशों ने भी डाक सेवा को निलंबित कर दिया है। इटली ने 23 अगस्त से ही रोक लगा दी है, जबकि जर्मनी ने निजी और व्यवसायिक ग्राहकों के लिए पार्सल भेजने पर अस्थायी रोक लगाई है। ब्रिटेन की रॉयल मेल सर्विस ने अमेरिका भेजे जाने वाले सभी पैकेज रोक दिए हैं। फ्रांस और नीदरलैंड ने भी टैरिफ वसूली की प्रक्रिया स्पष्ट न होने के कारण इसे रोक दिया है।


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