वाराणसी,24 अगस्त (Udaipur Kiran) । आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने पूर्व इंस्पेक्टर मड़ुआडीह भरत उपाध्याय के मामले में पुलिस कमिश्नर वाराणसी मोहित अग्रवाल की भूमिका के संबंध में प्रदेश के डीजीपी से शिकायत की है। पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने पत्र भेज कर डीजीपी से पूरे मामले की जांच की मांग की है।
उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि आकाश गुप्ता की शिकायत पर मंडुआडीह थाने के एक सिपाही और दरोगा की एंटी करप्शन टीम ने गिरफ्तारी के
समय भी पीड़ित आकाश ने मौखिक रूप से प्रभारी निरीक्षक भरत उपाध्याय पर 50 हजार रूपये मांगे जाने और 35000 रुपये लिए जाने के आरोप लगाए थे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। मात्र औपचारिकता के रूप में भरत उपाध्याय को लाइन हाजिर कर दिया गया था। बाद में उन्हें डायल 112 इंचार्ज बनाने पर अमिताभ ठाकुर की शिकायत पर वाराणसी पुलिस ने उल्टे आकाश गुप्ता को साक्ष्य नहीं उपलब्ध कराने का दोषी बता दिया।
इसके विपरीत सत्यता यह है कि आकाश गुप्ता ने भरत उपाध्याय द्वारा पूर्व में प्रतिवादी के सामने मारपीट करने सहित 50,000 रूपये मांगने और 35000 रूपये पाने के संबंध में पूरे विस्तार के साथ अपना लिखित बयान दिया है। जिससे उनके आरोप प्रमाणित होते हैं। इसके बाद भी कार्यवाही करने की जगह वाराणसी पुलिस उल्टे शिकायतकर्ता को साक्ष्य नहीं देने का दोषी बता रही है, जो अत्यंत आपत्तिजनक है। अमिताभ ठाकुर ने डीजीपी से इस मामले की किसी सीनियर आईपीएस से जांच करा कर कार्यवाही की मांग की है।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी