इंटरनेट डेस्क। आपने ये तो देखा हैं की किसी भी घर में किसी भी शुभ काम के शुरू होने से पहले गणेश जी की पूजा की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि अगर किसी कार्य की शुरुआत भगवान गणेश के आर्शीवाद से हो तो कार्य निर्विघ्न पूरा होता है। ऐसे में भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था। इस दिन को गणेश चतुर्थी कहते हैं। तो आपको बता रहे हैं की आप इस बार कहा जाएं और भगवान के दर्शन करें।
त्रिनेत्र मंदिर, रणथंभौर
राजस्थान के रणथंभौर में स्थित त्रिनेत्र मंदिर देश का सबसे प्राचीन गणेश जी का मंदिर है। इसके साथ ही ये पूरी दुनिया में इकलौता ऐसा गणेश मंदिर है, जहां श्री गणेश की तीन नेत्रों वाली प्रतिमा विराजमान है। इसके साथ ही इस मंदिर में गणपति बप्पा अपने पूरे परिवार के साथ विराजमान हैं।
मोती डूंगरी, जयपुर
जयपुर शहर का मोती डूंगरी गणेश मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि पर्यटकों के लिए भी आकर्षण के प्रमुख केंद्रों में से एक है। यह मंदिर भगवान गणेश की दाहिनी सूंड वाली प्राचीन मूर्ति के लिए प्रसिद्ध है। मान्यता है कि इस मंदिर में भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है और बाधाओं का भी नाश होता है।
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