हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का सिलसिला पिछले तीन दिन से लगातार जारी है और फिलहाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. भारी बारिश की वजह से पूरे प्रदेश में बाढ़ के हालात बन गए हैं. पूरे प्रदेश में जन-जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. राज्य सरकार भी अलर्ट मोड पर है और किसी भी अनहोनी की अशंका के चलते रेस्क्यू टीमों को कई जिलों में अलर्ट पर रखा गया है. प्रदेश के ज्यादातर नदी-नाले उफान पर हैं.
मौसम विभाग ने पहले ही भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. बारिश की वजह से प्रदेश की ब्यास नहीं और सुकेती खडड उफान पर है. प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वह अपने घरों में सुरक्षित रहें और नदी-नालों के करीब न जाएं. प्रशासन की ओर से लगातार कोशिश की जा रही है कि भीषण बारिश के दौरान किसी तरह की जानमाल की हानि न हो. मंडी जिले में भी भारी बारिश का दौर जारी है.
ब्यास नदी और सुकेती खडड खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं. भारी बारिश की वजह से लगातार ब्यास नदी और सुकेत खडड के जल्सतर में बढ़ोत्तरी हो रही है. इसकी वजह से ग्रामीण इलाकों में लोगों को ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कई गांवों में हालत बेकाबू हो चुके हैं. कई गांवों को मुख्य मार्गों और शहरों से संपर्क भी टूट गया है. मंडी जिले के हनुमान घाट पर हनुमान जी की प्रतिमा पूरी तरह से जलमग्न हो चुकी है.
प्रशासन ने जारी किया अलर्टभारी बारिश और खराब होते हालातों के बीच प्रदेश के लोगों को अलर्ट जारी किया गया है. फिलहाल मंगलवार रात को और भी ज्यादा बारिश होने की संभावना है. प्रदेश के ज्यादातर जिलों में फिलहाल बारिश और हो सकती है. चंबा, कांगड़ा, उना, बिलासपुर, हमीरपुर में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है. भारी बारिश के चलते ब्यास नदी में बढ़े जलस्तर की वजह से चंडीगढ़ हाईवे के कुछ हिस्से पानी में बह गए हैं. जिसकी वजह से मनाली-लेह रोड बंद हो गया है.