बरसात का मौसम जहां मन को सुकून देता है, वहीं स्वास्थ्य के लिहाज़ से यह सबसे चुनौतीपूर्ण समय होता है। बदलता मौसम, उमस और बैक्टीरिया की बढ़ती सक्रियता शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) को प्रभावित कर सकती है। डॉक्टरों का कहना है कि इस मौसम में इम्यून सिस्टम का मज़बूत होना बेहद ज़रूरी है ताकि वायरल संक्रमण, सर्दी-जुकाम, डायरिया और त्वचा संबंधी बीमारियों से बचा जा सके।
आयुर्वेद और न्यूट्रिशन साइंस दोनों इस बात पर ज़ोर देते हैं कि कुछ प्राकृतिक चीज़ें, जब सही मात्रा और विधि में ली जाएं, तो शरीर की सुरक्षा प्रणाली को प्राकृतिक रूप से सशक्त बना सकती हैं। इन्हीं में से एक है – फ्लैक्स सीड यानी अलसी के बीज का पाउडर।
क्या है अलसी और क्यों है यह फायदेमंद?
अलसी (Flax Seeds) छोटे-छोटे भूरे रंग के बीज होते हैं, जिनका उपयोग सदियों से आयुर्वेद में औषधीय रूप से किया जा रहा है। आधुनिक विज्ञान ने भी अब इस बात की पुष्टि की है कि अलसी में मौजूद पोषक तत्व इम्यूनिटी को बढ़ावा देने में अत्यंत प्रभावी हैं।
क्लिनिकल न्यूट्रिशनिस्ट कहती हैं—
“अलसी में ओमेगा-3 फैटी एसिड, लिगनन, फाइबर, प्रोटीन और एंटीऑक्सिडेंट्स की भरपूर मात्रा होती है। ये सभी तत्व शरीर की सूजन कम करने, संक्रमण से लड़ने और इम्यून सेल्स को सक्रिय रखने में मदद करते हैं।”
मानसून में अलसी क्यों जरूरी है?
वायरल संक्रमण से सुरक्षा:
मानसून के दौरान सर्दी, खांसी और वायरल बुखार आम हैं। अलसी के एंटीवायरल गुण शरीर को वायरस से लड़ने में मदद करते हैं।
पाचन तंत्र को मजबूती:
इस मौसम में कई लोग अपच और दस्त से परेशान रहते हैं। अलसी का फाइबर पेट को साफ रखने और पाचन में सुधार करने में सहायक होता है।
सूजन और थकान से राहत:
लगातार बारिश के कारण होने वाली थकान और जोड़ों के दर्द में भी अलसी में मौजूद ओमेगा-3 राहत पहुंचाता है।
कैसे करें अलसी के पाउडर का सेवन?
रोजाना सुबह खाली पेट 1 चम्मच अलसी का पाउडर गुनगुने पानी के साथ लें।
आप इसे दूध, दही, स्मूदी, ओट्स या आटे में भी मिला सकते हैं।
ध्यान रखें: भुनी हुई अलसी को पीसकर पाउडर बनाएं, ताकि यह पचने में आसान और असरदार हो।
नोट: अधिक मात्रा में सेवन से गैस या एलर्जी की संभावना हो सकती है। एक चम्मच प्रतिदिन पर्याप्त है।
किन्हें बरतनी चाहिए सावधानी?
प्रेग्नेंट महिलाएं, हार्मोनल असंतुलन या ब्लड थिनर दवाएं लेने वाले लोगों को अलसी के सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
अलसी को हमेशा ताज़ा पिसकर ही इस्तेमाल करें, क्योंकि पाउडर जल्दी खराब हो सकता है।
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