प्रयागराज जिले में विकास कार्यों की रफ्तार तेज़ हो गई है। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने प्रतापपुर, शृंगवेरपुर और जसरा क्षेत्र में चार नए पुल बनाने की योजना शुरू कर दी है। इन पुलों की लंबाई 18 मीटर से 36 मीटर के बीच होगी और इसके लिए 10 करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च की जाएगी। इन पुलों के निर्माण से ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन आसान होगा और स्थानीय लोगों को सीधा लाभ मिलेगा।
शृंगवेरपुर में मुनव्वर नाले पर पुल का काम शुरूशृंगवेरपुर क्षेत्र के मुनव्वर नाले पर 30 मीटर लंबे पुल का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। फिलहाल ग्रामीणों को बरसात के मौसम में नाले को पार करने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। बरसाती पानी बढ़ने पर आवागमन लगभग ठप हो जाता था और लोग घंटों का सफ़र तय करने को मजबूर हो जाते थे। नए पुल के बन जाने से इस समस्या का स्थायी समाधान हो जाएगा।
प्रतापपुर में वरुणा नदी पर बनेगा पुलप्रतापपुर क्षेत्र में वरुणा नदी पर पुल बनने की योजना है। यह पुल लगभग 36 मीटर लंबा होगा और इसके निर्माण से प्रतापपुर, सिरसा, जसरा और आसपास के गाँवों के तीन लाख से अधिक लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। वर्तमान में नदी पार करने के लिए लोगों को लंबा चक्कर लगाना पड़ता है, जिससे समय और श्रम दोनों की बर्बादी होती है। पुल तैयार होने के बाद सड़क संपर्क बेहतर होगा और व्यापारिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।
जसरा और अन्य क्षेत्रों में दो और पुलइसके अलावा जसरा क्षेत्र और आसपास के दो अन्य स्थानों पर भी पुल बनाए जाने की योजना है। इन पुलों की लंबाई 18 मीटर से 25 मीटर के बीच होगी। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के अनुसार, डिज़ाइन और तकनीकी स्वीकृति मिलने के बाद जल्द ही यहाँ निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। अनुमान है कि अगले एक से डेढ़ साल के भीतर सभी पुल जनता को समर्पित कर दिए जाएंगे।
ग्रामीणों को बड़ी राहतग्रामीणों का कहना है कि लंबे समय से इन पुलों की मांग की जा रही थी। अक्सर बरसात के मौसम में सड़क संपर्क टूट जाने से बच्चों की पढ़ाई, किसानों की फसल ढुलाई और आम जनजीवन प्रभावित होता था। पुल बनने के बाद न केवल समय की बचत होगी बल्कि एंबुलेंस और अन्य आपात सेवाएँ भी आसानी से गाँवों तक पहुँच पाएंगी।
10 करोड़ से अधिक का खर्चलोक निर्माण विभाग के अनुसार, चारों पुलों पर कुल मिलाकर 10 करोड़ रुपये से अधिक का खर्च आएगा। बजट का आवंटन पहले ही हो चुका है और विभाग ने टेंडर प्रक्रिया भी पूरी कर ली है। विभागीय इंजीनियरों का कहना है कि गुणवत्तापूर्ण निर्माण सुनिश्चित करने के लिए नियमित निरीक्षण किया जाएगा।
विकास की दिशा में अहम कदमपुलों के निर्माण से क्षेत्र में आवागमन सुगम होने के साथ-साथ आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। स्थानीय व्यापारियों और किसानों को उम्मीद है कि अब उनकी उपज और सामान शहरों तक आसानी से पहुँच पाएगा। इससे रोजगार और व्यापार के नए अवसर भी पैदा होंगे।