बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख नेता तेजस्वी यादव ने आज से अपनी बिहार अधिकार यात्रा शुरू कर दी है। यह यात्रा बस के जरिए निकाली जा रही है और 20 सितंबर तक चलने वाली है। यात्रा की शुरुआत जहानाबाद से हुई है, जबकि इसका समापन वैशाली जिले में किया जाएगा।
राजद ने बताया कि यह यात्रा राज्य की जनता से सीधे संपर्क साधने और उनके मुद्दों, समस्याओं और अपेक्षाओं को समझने के लिए आयोजित की जा रही है। इस दौरान तेजस्वी यादव जनता के साथ संवाद करेंगे, उनका भरोसा और समर्थन हासिल करने का प्रयास करेंगे और आगामी विधानसभा चुनाव 2025 की रणनीति को मजबूत करेंगे।
यात्रा के दौरान तेजस्वी यादव का ‘रथ’ 5 दिनों में कुल 10 जिलों से होकर गुजरेगा। इन जिलों में शामिल हैं:
जहानाबाद
नालंदा
पटना
बेगूसराय
खगड़िया
मधेपुरा
सहरसा
सुपौल
समस्तीपुर
वैशाली
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि इस अधिकार यात्रा का मुख्य उद्देश्य राजद के जनाधार को और मजबूत करना और विपक्षी दलों के सामने पार्टी की शक्ति प्रदर्शित करना है। तेजस्वी यादव इस यात्रा के माध्यम से न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में जनता के बीच अपनी पहुंच बढ़ाएंगे, बल्कि शहरी केंद्रों में भी पार्टी का संदेश फैलाएंगे।
यात्रा में तेजस्वी यादव जनसभा, स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं से संवाद, तथा विभिन्न जिलों में जनता से मिलने का कार्यक्रम करेंगे। इस यात्रा के माध्यम से पार्टी अपने चुनावी मुद्दों और विकास योजनाओं को भी जनता तक पहुंचाने की योजना बना रही है।
विशेषज्ञों का कहना है कि तेजस्वी यादव की यह यात्रा महागठबंधन के लिए राजनीतिक दिशा और रणनीति तय करने में अहम भूमिका निभा सकती है। इसके अलावा, यह यात्रा पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह और जोश बढ़ाने का काम भी करेगी।
यात्रा की शुरुआत जहानाबाद से हुई, जहां स्थानीय कार्यकर्ताओं और जनता ने तेजस्वी यादव का जोरदार स्वागत किया। रथ के माध्यम से तेजस्वी यादव ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि यह यात्रा जनता के अधिकार और विकास की आवाज बनकर राज्य के सभी कोनों में जाएगी।
राजनीतिक विश्लेषकों का यह भी मानना है कि यह यात्रा केवल जनसंपर्क का साधन नहीं है, बल्कि आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी की रणनीतिक ताकत को परखने और वोटरों के रुझान समझने का भी अवसर है। तेजस्वी यादव की यह यात्रा राज्य की सियासी हलचल को और तेज करने वाली है।
इस तरह, बिहार अधिकार यात्रा के माध्यम से तेजस्वी यादव और राजद अपने जनाधार को मजबूत करने, स्थानीय मुद्दों को उजागर करने और चुनावी तैयारी को गति देने की दिशा में सक्रिय हो गए हैं। इस यात्रा के पूरा होने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि राज्य के राजनीतिक परिदृश्य पर इसका कितना असर पड़ा।