जब भी दुनिया की सबसे पुरानी और बड़ी कंपनियों की बात होती है, तो हमारी कल्पना में अक्सर ब्रिटेन की ईस्ट इंडिया कंपनी या यूरोप के दूसरे बड़े कारोबारी घरानों की तस्वीरें उभरती हैं. लेकिन यह जानकर आपको हैरानी होगी कि दुनिया की सबसे पुरानी कंपनियों का गढ़ यूरोप नहीं, बल्कि जापान है. यहां एक ऐसी कंपनी है जो 1400 से भी ज्यादा सालों से लगातार काम कर रही है.
इस कंपनी का नाम है कांगो गुमी (Kongo Gumi) और इसकी नींव 578 ईस्वी में रखी गई थी. जरा सोचिए, यह वह दौर था जब दुनिया के कई बड़े साम्राज्य बने भी नहीं थे और कई धर्मों का उदय हो रहा था. उस दौर में शुरू हुई यह कंपनी आज भी पूरी मजबूती के साथ निर्माण क्षेत्र में सक्रिय है. इससे भी ज्यादा हैरत की बात यह है कि लगभग 14 सदियों तक इस कंपनी की बागडोर एक ही परिवार के हाथों में रही.
ऐतिहासिक इमारतों का है कारोबारयह कंपनी मुख्य रूप से बौद्ध मंदिरों, शिंतो (पूजा स्थलों) और अन्य पारंपरिक एवं ऐतिहासिक इमारतों के निर्माण, मरम्मत और रखरखाव में माहिर है. अपने 1400 से अधिक वर्षों के इतिहास में, इस कंपनी ने कई प्रसिद्ध जापानी इमारतों पर काम किया है, जिसमें ओसाका का शितेन्नो-जी (Shitennō-ji) मंदिर भी शामिल है, जिसे कंपनी ने सबसे पहले बनाया था.
परंपरागत निर्माण तकनीकों को पीढ़ी-दर-पीढ़ी आगे बढ़ाने के साथ-साथ, कांगो गुमी ने समय के साथ आधुनिक तकनीकों को भी अपनाया है. 2006 में वित्तीय कठिनाइयों के कारण, यह ताकामात्सु कंस्ट्रक्शन ग्रुप (Takamatsu Construction Group) की सहायक कंपनी बन गई, लेकिन आज भी यह अपने मूल कार्य, यानी मंदिरों और सांस्कृतिक धरोहरों के निर्माण और संरक्षण का काम कर रही है.
पीढ़ियों की विरासत है असली मकसदपश्चिमी कारोबारी दुनिया और जापान की सोच में एक बुनियादी फर्क है. पश्चिमी देशों में जहां कंपनियों के तेजी से विकास और फिर उन्हें बेचकर बाहर निकलने (Exit) पर जोर दिया जाता है, वहीं जापान में कारोबार को एक अनंत खेल की तरह देखा जाता है. यहाँ मकसद सिर्फ इस तिमाही या इस साल मुनाफा कमाना नहीं होता, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्थिर और भरोसेमंद विरासत छोड़ना होता है.
जापान दुनिया की चार सबसे पुरानी कंपनियों का घरकांगो गुमी इस परंपरा में अकेली नहीं है. जापान दुनिया की चार सबसे पुरानी कंपनियों का घर है. 718 ईस्वी में स्थापित होशी रायोकान (Hoshi Ryokan) होटल कारोबार में आज भी सक्रिय है और अपनी मेहमाननवाजी के लिए दुनिया भर में मशहूर है. इसी तरह, निसियामा ओनसेन क्यूनकान (Nishiyama Onsen Keiunkan) भी एक होटल है जो सदियों से अपनी सेवाएं दे रहा है. कागज के पारंपरिक सजावटी सामान बनाने वाली कंपनी गेंडा सिग्यो (Genda Shigyo) की शुरुआत 771 ईस्वी में हुई थी और आज भी उसके उत्पाद शिंतो धर्म के रीति-रिवाजों का एक अहम हिस्सा हैं.