The Bald Brown Bride (Image Credit-Social Media)
The Bald Brown BrideThe Bald Brown Bride: भारतीय संस्कृति में महिलाओं के लंबे और घने बालों को सुंदरता का प्रतीक माना जाता है। लेकिन जब किसी महिला के सिर पर बाल न हों, तो वह समाज में किस तरह की मानसिक चुनौतियों का सामना करती है? नीहर सचदेवा, जो अमेरिका में रहती हैं, ने इसी समस्या का सामना किया। एक बार किसी ने उनसे मजाक में कहा था, 'इस गंजी लड़की से कौन शादी करेगा?'
नीहर ने इस ताने को आत्मविश्वास के साथ जवाब दिया और आज वह हजारों महिलाओं के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं। उन्होंने गंजेपन के तानों से बचने के लिए विग पहनना छोड़ दिया, अपने असली रूप को अपनाया और अपनी कहानी को साझा किया। यह कहानी केवल बालों के झड़ने की नहीं, बल्कि आत्म-सम्मान और खुद को स्वीकार करने की है। आइए जानते हैं नीहर सचदेवा की अनसुनी कहानी के बारे में।
नीहर का जन्म भारत में हुआ, लेकिन उनका बचपन अमेरिका में बीता। जब वह केवल छह महीने की थीं, तब उन्हें एलोपेसिया एरीटा नामक बीमारी का पता चला। इस बीमारी में शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली अपने ही बालों पर हमला करती है, जिससे बाल झड़ जाते हैं। इस स्थिति में सिर, भौंहों और पलकों से भी बाल गायब हो जाते हैं।
बचपन में नीहर को समझ नहीं आया कि उनके साथ ऐसा क्यों हो रहा है, लेकिन जैसे-जैसे वह बड़ी हुईं, समाज के ताने और लोगों की नजरें उन्हें आहत करने लगीं।
दक्षिण एशियाई संस्कृति में बालों को स्त्री-सौंदर्य का प्रतीक माना जाता है, इसलिए नीहर के परिवार ने उनकी बीमारी को एक राज़ बना दिया। स्कूल जाते समय उन्हें हमेशा विग पहननी पड़ती थी।
नीहर ने एक इंटरव्यू में कहा, 'मेरे माता-पिता मुझे समाज के तानों से बचाना चाहते थे।' लेकिन विग के पीछे छिपी नीहर धीरे-धीरे अपने असली रूप से दूर होती जा रही थीं।
एक दिन नीहर ने आईने में खुद से सवाल किया, 'क्या मैं सच में खुद को प्यार करती हूं?' जवाब था 'नहीं।' उसी दिन उन्होंने तय किया कि वह विग नहीं पहनेंगी। उन्होंने अपने सिर को मुंडवाया और इसे एक जश्न की तरह मनाया।
उन्होंने एक पार्टी रखी जिसमें उन सभी को बुलाया जिन्होंने उनका मजाक उड़ाया था। उस दिन नीहर ने पहली बार अपने असली चेहरे को देखा और महसूस किया कि वह अब कहीं ज्यादा आत्मविश्वास से भरी हुई हैं।
नीहर का यह निर्णय जल्द ही अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा बन गया। Brown Girl Magazine ने उनसे संपर्क किया और मिलकर 'The Bald Brown Bride' नामक एक अभियान शुरू किया। इस फोटोशूट में नीहर पारंपरिक लाल जोड़े में सजी थीं, लेकिन बिना बालों के।
फोटोग्राफर नचिकेत शील द्वारा खींची गई उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। नीहर ने लिखा, 'जब मैंने खुद को कैमरे में देखा, तो पहली बार महसूस किया कि अब मैं पर्याप्त हूं।'
आज नीहर सोशल मीडिया पर आत्म-स्वीकृति की प्रतीक बन चुकी हैं। उनकी हर पोस्ट एक संदेश देती है कि 'खुद से प्यार करना ही असली खूबसूरती है।' उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए लिखा, 'जब मैंने विग उतारी, तब मुझे समझ आया कि मैं अपने जीवन को किसी और की नज़र से देख रही थी।'
अब वह अपने लिए जी रही हैं, स्वतंत्रता और सच्चाई के साथ। उनकी पोस्ट्स अब हजारों महिलाओं के लिए साहस की प्रेरणा बन चुकी हैं।
एलोपेसिया एरीटा एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है, जिसमें शरीर की इम्यून सिस्टम बालों की जड़ों पर हमला करती है। इस बीमारी में कई प्रकार होते हैं, जैसे एलोपेसिया टोटालिस, जिसमें सिर के पूरे हिस्से से बाल झड़ जाते हैं।
हालांकि इसका सही कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं कि यह आनुवंशिक और प्रतिरक्षा प्रणाली की गड़बड़ी से जुड़ी होती है।
दक्षिण एशियाई समाज में अक्सर कहा जाता है कि औरत के लंबे बाल उसकी शान हैं। लेकिन नीहर ने इस सोच को पलट दिया। उन्होंने दिखाया कि आत्मविश्वास के साथ गंजापन भी एक नया फैशन बन सकता है।
नीहर कहती हैं, 'दुनिया चाहे कुछ भी कहे, मैं अब अपनी परिभाषा खुद तय करती हूं।' वह अब महिलाओं को आत्मविश्वास से भरने का काम कर रही हैं।