
5 महीने में 4 बार बलात्कार : जानकारी के मुताबिक महिला डॉक्टर सतारा जिले के फलटन उपजिला अस्पताल में चिकित्सा अधिकारी के पद पर कार्यरत थी। वह दो साल पहले ही नौकरी में आई थी। 28 साल की डॉक्टर ने हथेली पर मराठी में लिखे सुसाइड नोट में एसआई गोपाल बदने पर 5 महीने में चार बार बलात्कार का आरोप लगाया है। पुलिस ने एक अन्य पुलिसकर्मी प्रशांत बनकर पर भी मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है।
फर्जी रिपोर्ट बनाने का दबाव : डॉक्टर के चचेरे भाई ने आरोप लगाया कि उसकी बहन पर फर्जी पोस्टमार्टम और फर्जी रिपोर्ट बनाने का भी दबाव था। भाई ने बताया कि अस्पताल में मरीज के नहीं होने के बावजूद उनकी फिटनेस रिपोर्ट तैयार करने के लिए मजबूर किया जाता था। इस बीच, एसआई गोपाल को निलंबित कर दिया गया है।
डीएसपी को भी लिखा था पत्र : जानकारी के मुताबिक डॉक्टर ने आत्महत्या से कुछ समय पहले (19 जून को) फलटन के डीएसपी को भी एक पत्र लिखकर इन अधिकारियों पर प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए थे और जांच की मांग की थी। पुलिस ने आरोपी एसआई गोपाल और प्रशांत बनकर के खिलाफ बलात्कार और आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया है।
मुख्यमंत्री ने संज्ञान लिया : इस बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मामले का संज्ञान लेते हुए सतारा के पुलिस अधीक्षक को आरोपियों के खिलाफ तत्काल और सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। राज्य महिला आयोग ने भी मामले की त्वरित जांच के आदेश दिए हैं। डॉक्टर का नाम संपदा मुंढे बताया जा रहा है। फेडरेशन ऑफ आल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन ने घटना की निंदा करते हुए आत्महत्या मामले में तत्काल जांच की मांग की है। फेडरेशन ने डॉक्टर मुंडे के परिजनों को हर तरह की मदद देने की मांग भी की है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala