UP की शान पूर्वांचल एक्सप्रेसवे: 341 KM लंबा, लड़ाकू विमानों के लिए एयर स्ट्रिप, जानें इसकी हर खासियत

उत्तर प्रदेश की तरक्की को रफ्तार देने वाली सड़कों में जिस एक एक्सप्रेसवे का नाम सबसे ऊपर आता है,वह हैपूर्वांचल एक्सप्रेसवे (Purvanchal Expressway)। यह सिर्फ एक सड़क नहीं,बल्कि पूर्वी उत्तर प्रदेश की लाइफलाइन है,जो इस इलाके को सीधे राज्य की राजधानी लखनऊ से जोड़ती है।340.8किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे आज उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा ऑपरेशनल एक्सप्रेसवे है। चलिए जानते हैं इसकी उन खासियतों के बारे में,जो इसे इंजीनियरिंग का एक बेहतरीन नमूना बनाती हैं।कहां से कहां तक जाता है यह एक्सप्रेसवे?यह शानदार एक्सप्रेसवे लखनऊ केचांद सराय गांवसे अपनी यात्रा शुरू करता है और पूर्वी यूपी के गाजीपुर जिले केहैदरिया गांवतक जाता है। अपने सफर में यह उत्तर प्रदेश के9बड़े जिलों को आपस में जोड़ता है:लखनऊबाराबंकीअमेठीसुल्तानपुरअयोध्याअंबेडकर नगरआजमगढ़मऊगाजीपुररफ्तार,लागत और मजबूती का बेजोड़ संगमनिर्माण और लागत:इसका निर्माण कार्य अक्टूबर2018में शुरू हुआ और मात्र तीन साल में इसे पूरा कर लिया गया।16नवंबर2021को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका उद्घाटन किया था। इस विशाल प्रोजेक्ट पर लगभग₹22,500करोड़का खर्च आया,जिसमें जमीन अधिग्रहण का खर्च भी शामिल है।लेन और स्पीड:यह एक्सप्रेसवे6लेनका है,जिसे भविष्य में ज़रूरत पड़ने पर8लेनतक चौड़ा किया जा सकता है। इस पर कारों के लिए120किलोमीटर प्रति घंटेकी टॉप स्पीड तय की गई है।शानदार इंजीनियरिंग:इस एक्सप्रेसवे पर22फ्लाईओवर, 7रेलवे ओवरब्रिज, 7बड़े पुल और114छोटे पुलबनाए गए हैं,जो सफर को आरामदायक और सुरक्षित बनाते हैं।इस एक्सप्रेसवे की सबसे बड़ी खासियत: इमरजेंसी एयर स्ट्रिपइस एक्सप्रेसवे को बनाते समय देश की सुरक्षा का भी खास ध्यान रखा गया है। सुल्तानपुर जिले में एक्सप्रेसवे पर ही3.2किलोमीटर लंबी एक हवाई पट्टी (Air Strip)बनाई गई है।क्यों बनी है यह एयर स्ट्रिप?इसका इस्तेमाल किसी भी आपातकालीन स्थिति मेंभारतीय वायु सेनाके लड़ाकू विमानों,जैसे सुखोई और मिराज,को उतारने और उड़ान भरने के लिए किया जा सकता है। यहां तक कि हर्क्युलीज सी-130जैसे विशालकाय मालवाहक विमान भी इस पर आसानी से लैंड कर सकते हैं।पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के फायदेइस एक्सप्रेसवे ने पूर्वी उत्तर प्रदेश की तस्वीर बदलकर रख दी है।समय की बचत:लखनऊ से गाजीपुर का सफर जो पहले8-10घंटे का था,अब सिमटकर4-5घंटे का रह गया है।आर्थिक विकास:इसके बनने से इलाके में व्यापार और उद्योग को बढ़ावा मिला है।बेहतर कनेक्टिविटी:अयोध्या,वाराणसी और प्रयागराज जैसे धार्मिक और पर्यटन स्थलों तक पहुंचना अब पहले से कहीं ज़्यादा आसान हो गया है।यह एक्सप्रेसवे सही मायने में "नए उत्तर प्रदेश" के विकास का प्रतीक है,जो लाखों लोगों के लिए तरक्की के नए रास्ते खोल रहा है।