दिलचस्प बात यह है कि इसे अजीब आदत समझा जाता है, लेकिन यह पूरी तरह वैज्ञानिक कारणों से होता है। यह आपके शरीर का खुद को अच्छी और गहरी नींद के लिए तैयार करने का प्राकृतिक तरीका है।
डॉक्टर शीतल गोयल (कंसल्टेंट न्यूरोलॉजिस्ट, वॉकहार्ट हॉस्पिटल्स, मुंबई सेंट्रल) बताती हैं कि यह एक आम स्लीप बिहेवियर और असरदार स्लीप हैक है, जो बिना किसी कोशिश के आपकी नींद को गहरा और शांत बनाता है। आइए इस आर्टिकल के माध्यम से डॉक्टर से जानते हैं कि इसके पीछे का असली विज्ञान क्या है?

तापमान रहता है सही
हमारे पैरों में खास प्रकार के ब्लड वेसल्स होती हैं, जो शरीर की एक्स्ट्रा गर्मीको जल्दी बाहर निकालती हैं। जब शरीर कंबल के अंदर गर्म हो जाता है, तब ये वेसल्स एक्टिव होकर आपका तापमान बैलेंस करती हैं।
तेज कूलिंग इफेक्ट
एक पैर बाहर निकालते ही ठंडी हवा पैरों की त्वचा से टकराती है और यह शरीर की गर्मी को तेजी से बाहर निकाल देता है। इससे आपके शरीर का कोर टेंपरेचर कम होता है, यानी वह तापमान जिस पर शरीर को नींद लाने में आसानी होती है।
नींद का सीधे ब्रेन तक संकेत
जैसे ही शरीर के अंदर का तापमान थोड़ा गिरता है, दिमाग तुरंत इसे नींद का समय समझकर शांत मोड में चला जाता है। यही वजह है कि पैर बाहर निकलते ही नींद जल्दी और गहरी आती है।
मेलाटोनिन का बढ़ा हुआ उत्पादन
कूलिंग इफेक्ट से मेलाटोनिन हार्मोन बनने में मदद मिलती है। यह वही हार्मोन है, जो आपकी बॉडी क्लॉक सेट करता है और रात में शरीर को रिलैक्स करता है।
हीट और कंफर्ट का परफेक्ट बैलेंस
पूरा शरीर कंबल में होने पर घुटन या ज्यादा गर्माहट महसूस होती है, लेकिन एक पैर बाहर रखकर शरीर हीट और कूलिंग के बीच एक परफेक्ट संतुलन बना लेता है, जिसे 'थर्मल बैलेंस' कहते हैं।
यह संतुलन ही अच्छी नींद का सबसे जरूरी तत्व है। यह आदत नहीं, शरीर का नेचुरल स्लीप-सिस्टम है।
डॉक्टर गोयल कहती हैं कि कंबल से एक पैर बाहर निकालना एक बिल्कुल नेचुरल तरीका है, जिससे शरीर तापमान को कंट्रोल करके अच्छी नींद लाता है। यह खासकर ऐसी महिलाओं के लिए फायदेमंद है, जिन्हें रात में गर्मी लगती है, बार-बार नींद टूटती है, बेचैनी या रेस्टलेसनेस महसूस होती है और सोने में समय लगता है।
अगली बार जब आप एक पैर बाहर निकालें, तो समझ जाइए कि आपका शरीर खुद को हेल्दी और गहरी नींद के लिए स्मार्ट तरीके से तैयार कर रहा है।