भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज शुभमन गिल के लिए ऑस्ट्रेलिया का मौजूदा दौरा अब तक उतार-चढ़ाव भरा रहा है। पर्थ टेस्ट में अंगूठे की चोट के कारण बाहर बैठने के बाद, उनकी वापसी उम्मीद के मुताबिक धमाकेदार नहीं रही है, जिससे आगामी मैचों के लिए उन पर दबाव बढ़ गया है।
• चोट से वापसी और संघर्ष: एडिलेड में हुए पिंक-बॉल टेस्ट में वापसी करते हुए गिल ने अच्छी शुरुआत की थी, लेकिन वह अपनी पारी को बड़े स्कोर में तब्दील करने में असफल रहे। ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों, विशेषकर पैट कमिंस और जोश हेजलवुड ने उनकी तकनीक की कमियों को उजागर किया है।
• बल्लेबाजी क्रम पर बहस: विशेषज्ञों के बीच इस बात को लेकर बहस छिड़ी हुई है कि क्या गिल को नंबर 3 पर ही बल्लेबाजी करनी चाहिए या उन्हें वापस ओपनिंग स्लॉट में भेजा जाना चाहिए। कोच गौतम गंभीर ने हालांकि साफ किया है कि गिल नंबर 3 के लिए पहली पसंद बने रहेंगे।
• वनडे कप्तानी की जिम्मेदारी: टेस्ट सीरीज के तुरंत बाद होने वाली न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए गिल को भारतीय टीम का कप्तान नियुक्त किया गया है। यह उनके करियर का एक बड़ा मोड़ है, क्योंकि बीसीसीआई उन्हें रोहित शर्मा के बाद सफेद गेंद के क्रिकेट में भविष्य के कप्तान के रूप में देख रहा है।