BJP के नजरिए से समझना गलत, भारत को विश्व गुरु बनाना मकसद… मोहन भागवत ने बताया संघ का काम
TV9 Bharatvarsh December 21, 2025 05:43 PM

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के चीफ मोहन भागवत ने कहा है कि संघ को समझने के लिए तुलना या गलत नजरिए से देखना भ्रम पैदा कर सकता है. कोलकाता में हो रहे RSS 100 व्याख्यान माला कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने साफ किया कि संघ न तो कोई साधारण सेवा संगठन है, न ही इसे बीजेपी के चश्मे से देखा जाना चाहिए.

भागवत ने संघ के मूल उद्देश्य पर कहा, “संघ की स्थापना का एक ही वाक्य में उत्तर है, भारत माता की जय. यहां भारत सिर्फ एक देश नहीं, बल्कि एक विशेष स्वभाव और परंपरा का नाम है. हमारा मकसद उस परंपरा को कायम रखते हुए भारत को फिर से विश्व गुरु बनाने के लिए समाज को तैयार करना है.”

उन्होंने जोर देकर कहा कि संघ का जन्म किसी राजनीतिक उद्देश्य, प्रतिस्पर्धा या विरोध से नहीं हुआ. “संघ हिंदू समाज के संगठन, उन्नति और संरक्षण के लिए समर्पित है. बता दें मोहन भागवत ने 18 दिसंबर को अपना पश्चिम बंगाल का 4 दिवसीय दौरा शुरू किया है. राजनीतिक जानकारों का मानना ​​है कि भागवत का बंगाल दौरा काफी अहम है, क्योंकि यह ऐसे समय हो रहा है जब राज्य अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारी कर रहा है.

संघ को समझाने के लिए इतिहास का दिया उदाहरण

इतिहास के संदर्भ में बात करते हुए भागवत ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस के निधन के बाद अंग्रेजों के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष खत्म हो गया. लेकिन समाज सुधार की प्रक्रिया, जो राजा राम मोहन राय के समय से चली आ रही है, एक सतत लहर रही. भागवत ने इसे समुद्र के बीच एक द्वीप जैसा बताया. जो लगातार चलता रहा.

अब हमें अपने समाज को मजबूत करना है- RSS चीफ

मोहन भागवत के इस भाषण में संघ का महत्व और राष्ट्र की शक्ति और वैश्विक भूमिका पर भी जोर रहा. उन्होंने ये भी कहा कि भारत एक महान विरासत है और दुनिया का नेतृत्व करने के लिए तैयार होना होगा. अतीत में हम अंग्रेजों से युद्ध हार गए, लेकिन अब हमें अपने समाज को मजबूत करना है.

संघ के संस्थापक डॉ. हेडगेवार पर क्या बोले भागवत?

मोहन भागवत ने कहा कि संघ के संस्थापक डॉ. हेडगेवार के जीवन में देश के काम के अलावा कोई दूसरा उद्देश्य नहीं था. उनके माता पिता प्लेग के रोगियों की सेवा करते थे और उसी की चपेट में आकर उनकी मौत हुई. उनके निधन के बाद डॉक्टर हेडगेवार में अत्यंत निर्धनता में जीवन बिताया पर मेधावी थे और कक्षा में सबसे आगे रहते थे.

RSS चीफ ने कहा कि डॉ. हेडगेवार ने देश के लिए नौकरी नहीं की, विवाह नहीं किया और असहयोग आंदोलनों में गांव-गांव गए, तो उन पर राजद्रोह का केस चला.

ये भी पढ़ें- पीएम मोदी का उत्तराधिकारी कौन? सवाल का RSS प्रमुख मोहन भागवत ने दिया ये जवाब

© Copyright @2025 LIDEA. All Rights Reserved.