ताजमहल के संरक्षण के लिए लागू ताज ट्रैपेजियम जोन (टीटीजेड) के कारण ताज से 120 किलोमीटर की रेंज में लगे प्रतिबंध के कारण उद्योग ग्वालियर-चंबल संभाग की तरफ रुख करेंगे. इसके लिए उद्योगपतियों के बाद अब मप्र गवर्नमेंट ने पहल की है. मप्र इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट
ताजमहल से 120 किलोमीटर के एरिया संरक्षित क्षेत्र के दायरे में आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद और एटा के बड़े इंडस्ट्रीज एरिया आते हैं. जिसमें फुटवियर, चमड़ा, कांच, चूड़ी, प्लास्टिक समेत अन्य उद्योग शामिल हैं. इसके कारण इन इंडस्ट्री एरिया में न तो पुराने उद्योगों का विस्तार हो पा रहा है और न नए निवेश बड़े उद्योग के रूप में आ पा रहे हैं. इस प्रभावित क्षेत्र के उद्योगपति अब ग्वालियर अंचल में अपनी इंडस्ट्रीज लाने की प्लानिंग कर रहे हैं. आगरा के उद्योगपतियों ने बीते माह रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव, ग्वालियर में मुख्यमंत्री डाक्टर मोहन यादव से मुलाकात की थी.
3 दिन बैठक, विजिट और निवेश पर चर्चा
मप्र से जाने वाली टीम पहले उद्योगपति और विभिन्न औद्योगिक संगठनों के साथ बैठक करेंगे. जिसमें वे वहां इंडस्ट्रीज संबंधी नियमों को समझेंगे और मप्र के नियमों की जानकारी देंगे. साथ ही ये देखा जाएगा कि किस प्रकार की इंडस्ट्रीज को यहां संचालन की अनुमति दी जा सकेगी, यानी कि प्रदूषण एवं अन्य नियमों के तहत. टीम वहां के उद्योगपतियों से निवेश प्रस्ताव भी लेगी. ताकि, ये साफ हो सके कि कितने उद्योग यहां निवेश करने के लिए तैयार हैं.
आगरा विजिट को दिया जा रहा है आखिरी रूप ^अक्टूबर में आगरा विजिट की जाएगी. इस विजिट के दौरान वहां औद्योगिक संगठन और उद्योगपतियों के साथ बैठक करेंगे. निवेश प्रस्ताव पर चर्चा होगी. इस कार्यक्रम को अभी आखिरी रूप दिया जा रहा है. – प्रत्युल सिन्हा, एक्जीक्युटिव डायरेक्टर/ एमपीआईडीसी ग्वालियर