Day for the Welfare of Cancer Patients: कैंसर मरीजों के कल्याण दिवस जिसे आम तौर पर विश्व रोज डे भी बोला जाता है। बता दें कि कैंसर से पीड़ित व्यक्तियों के लिए ये हर वर्ष 22 सितंबर को मनाया जाता है। जानकारी के अनुसार ये कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाने और रोगियों का आत्मशक्ति बढ़ाने का प्रतीक है। बोला जाता है ये दिन 12 वर्षीय कनाडाई कैंसर बीमार मेलिंडा रोज की याद में मनाया जाता है, जो कैंसर से पीड़ित थी और 1996 में कैंसर से उसकी मौत हो गई थी।
इस दिन को मनाने का उद्देश्य कैंसर के रोगियों के लिए समर्थन और योगदान प्रदान करना है। गुलाब का फूल, जो प्यार और आशा का प्रतीक है, इस दिन को और भी खास बनाता है। ये दिन कैंसर से प्रभावित लोगों को ये संदेश देता है कि वे अकेले नहीं हैं बल्कि पूरा समाज उनके साथ हैं। लोगों का मानना है कि विश्व गुलाब दिवस कैंसर मरीजों के लिए प्रेरणा और साहस का साधन है। इस दिन कई संगठन और संस्थाएं विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करती हैं, जिसमें कैंसर जागरूकता, हेल्थ चेकअप और इससे बचाव की जानकारी दी जाती है। बता दें कि इस दिन का मुख्य उद्देश्य लोगों को कैंसर के प्रति सतर्क करना और मरीजों को मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक रूप से मजबूत बनाना है।
समाज के प्रत्येक सदस्य की ये जिम्मेदारी बनती है कि वे कैंसर के मरीजों के प्रति सहानुभूति दिखाएं। उनके संघर्ष को समझें और उन्हें मानसिक रूप से मजबूत बनाने में सहायता करें। इसलिए इस दिन सभी कैंसर के रोगियों को गुलाब का फूल दिया जाता है। इसके पीछे का संदेश ये है कि प्रेम और समर्थन से किसी भी कठिन समय को पार किया जा सकता है। यह दिन रोग के विरुद्ध लड़ाई के बारे में जागरूकता बढ़ाने और पीड़ितों को सकारात्मक रहने के लिए प्रोत्साहित करने का प्रतीक है. यह कैंसर मरीजों को जल्द ठीक होने की आशा देने का एक अवसर है। कैंसर पूरे विश्व में मृत्यु का एक प्रमुख कारण है, और लोगों को इस रोग और इससे बचाव के उपायों के बारे में शिक्षित करना बहुत महत्वपूर्ण है।