ज्यादा काम देकर परेशान करती थी कंपनी! एना की मौत पर पिता ने बताई ऐसी बात
एबीपी बिजनेस डेस्क September 22, 2024 10:12 AM

Ernst & Young India: केरल की सीए एना सेबेस्टियन पेराइल (Anna Sebastin Perayil) की दुखद मौत ने देश में कई बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं. इस मसले पर उनकी मां अनीता ऑगस्टीन (Anita Augustine) के ईमेल के बाद अर्नस्ट एंड यंग इंडिया (Ernst & Young India) के चेयरमैन राजीव मेमानी (Rajiv Memani) ने माफी भी मांगी थी. अब पहली बार एना के पिता सिबी जोसेफ (Sibi Joseph) ने अपनी बेटी की मौत पर बात की है. उन्होंने बताया कि वह फोन पर रोते हुए कहती थी कि इतने तनाव और दबाव की वजह से वह सही से काम नहीं कर पा रही है. उसने कमर तोड़ने वाले काम के चलते अपनी जान गंवाई है. 

पिता ने कहा- कई बार उसे इस्तीफा देने को कहा था

सिबी जोसेफ ने बताया कि मैंने कई बार उसे इस्तीफा देने को कहा था. मगर, उसे लगता था कि यह पहली नौकरी है. वह यहां काफी सीख सकती है. वह देर रात तक काम करती थी. इसके अलावा उसे ओवरवर्क करना पड़ता था. कई बार वह वो काम भी करती थी, जो उसे नहीं करना चाहिए था. उसे न तो सोने का समय मिलता था और न ही खाने का. उसका मैनेजर क्रिकेट का शौकीन था इसलिए वह मैच के हिसाब से काम करने का समय बदल देता था. आखिरकार वह इसी तनाव से जूझते हुए 20 जुलाई को अपने कमरे में बेहोश हो गई और हॉस्पिटल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई.

इस बीच केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी (Suresh Gopi) ने एना के परिजनों से मुलाकात की और इस मसले को संसद में उठाने का आश्वासन दिया. 

विवादों में है कंपनी के चेयरमैन राजीव मेमानी का बयान 

इस मसले पर ईवाई इंडिया ने बयान जारी करते हुए दुख प्रकट किया था. कंपनी के चेयरमैन राजीव मेमानी ने कहा था- हम माफी मांगते हैं कि एना के अंतिम संस्कार में कंपनी से कोई नहीं पहुंचा. हम सुनिश्चित करेंगे कि आगे से ऐसी गलती न हो. हम संकट की इस घड़ी में परिवार के साथ खड़े हैं. हम अपने कर्मचारियों के मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखते हैं.

हालांकि, उनका बयान विवादों के घेरे में आ गया. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा था कि हमारे साथ एक लाख कर्मचारी हैं. एना को जरूरत से ज्यादा काम नहीं दिया गया. हमें नहीं लगता कि ज्यादा काम के चलते उनकी मौत हुई. 

एना की मां का ईमेल सोशल मीडिया पर हो गया था वायरल

एना की मां अनीता ऑगस्टीन का ईमेल सोशल मीडिया पर वायरल हो जाने के बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया था. उनकी मां ने लिखा था कि मेरी बेटी के सपने थे. यह उसकी पहली नौकरी थी और वो भविष्य के सपने बुनने लगी थी. मगर, चार महीने में ही उसके सपने टूट गए. वह सिर्फ 26 साल की थी. उसने कई बार सीने में दर्द की शिकायत की थी, लेकिन ज्यादा काम के चलते डॉक्टर के पास नहीं जा पा रही थी. इस मसले पर केंद्रीय श्रम मंत्री शोभा करंदलाजे (Shobha Karandlaje) ने भी जांच शुरू करने की बात की है.

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