औली हिल स्टेशन भारत का मिनी स्विट्जरलैंड है. यह हिल स्टेशन उत्तराखंड में है. देश और दुनिया से सैलानी औली की सैर के लिए आते हैं. औली हिल स्टेशन प्रकृति की गोद में बसा हुआ है और इसकी सुंदरता सैलानियों क अपनी ओर आकर्षित करती है. औली की वादियां आपके दिल में उतर जाती हैं. इस हिल स्टेशन में आप बर्फ से ढंके पहाड़ निहार सकते हैं, चारों तरफ खूबसूरत वादियां देख सकते हैं. यह हिल स्टेशन समुद्र तल से 2800 मीटर की ऊंचाई पर है. औली में आप ट्रैकिंग और कैंपिंग कर सकते हैं. सर्दियों में टूरिस्ट औली में बर्फ से जुड़ी एक्टिविटी करने के लिए जाते हैं. जैसे ही गुलमर्ग में चारों तरफ बर्फ ही बर्फ दिखती है, वैसे ही औली में भी टूरिस्ट बर्फ से ढंके पहाड़ों को निहार सकते हैं, और वादियों में बर्फ से खेल सकते हैं.
औली के पास कई फेमस जगहें हैं जहां आप जा सकते हैं. आप औली के पास स्थित जोशीमठ को देख सकते हैं. यह धर्म नगरी है और इसकी बेहद पौराणिक महत्व है. जोशीमठ में सैलानी नृसिंग मंदिर में दर्शन कर सकते हैं और बद्रीनाथ धाम भी जा सकते हैं. जोशीमठ की प्राकृतिक सुंदरता सैलानियों के दिल में उतर जाती है. टूरिस्ट औली के पास स्थित चोपटा हिल स्टेशन जा सकते हैं. यह हिल स्टेशन रुद्रप्रयाग में है. जब सूर्य की किरणें हिमालय की चोटियों पर पड़ती हैं तो चोपटा की सुबह काफी मनोरम लगती है. चोपटा गांव रुद्रप्रयाग जिले में समुद्र तल से 9,515 फुट की ऊंचाई पर बसा है.
यहां जाकर आप तुंगनाथ मंदिर भी घूम सकते हैं. भगवान शिव का यह सुप्रसिद्ध मंदिर चोपता से 3.5 किमी दूर है. तुंगनाथ मंदिर 3680 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद है शिव का सबसे ऊंचा मंदिर है. जो कि पंच केदार मंदिरों में से एक है. चोपता के पास ही देवरिया ताल ट्रैक भी है. जो कि मस्तुरा और सारी के गांवों से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. आप औली के पास स्थित खिर्सु गांव जा सकते हैं और हर्सिल व चकराता घूम सकते हैं.