Sexually Transmitted Diseases: क्या होता है STD रोग? जानें इसके लक्षण और बचाव के उपाय
GH News October 09, 2024 09:06 AM

यौन संचारित रोग (एसटीडी) एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जो संबंध बनाने से बढ़ सकती है. ऐसे में इस बीमारी का समय रहते इलाज कराना जरूरी है.

STD Symptoms and Causes: खराब लाइफस्टाइल और अनहेल्दी खाने की वजह से कई लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. खासकर संबंध रखने वाले लोगों में संक्रमण का खतरा ज्यादा देखने को मिलता है. इससे उनके जीवन पर गंभीर प्रभाव पड़ता है. एसटीडी रोग के मामले हर दिन बढ़ते ही जा रहे हैं. ऐसे में समय रहते सतर्कता बरतना बेहद जरूरी है.

एसटीडी यानी सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज (Sexually Transmitted Diseases) एक ऐसा संक्रमण है, जो संबंध बनाने से फैलता है. यह रोग पुरुषों और महिलाओं दोनों में हो सकता है. यह न केवल शारीरिक तौर पर नुकसान पहुंचाता है, बल्कि मानसिक तौर पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है. इस बीमारी के कई कारण हो सकते हैं, जिसमें ब्रेस्टफीडिंग और इंट्रावेनस शामिल हैं. इसका समय रहते इलाज न कराने से यह शरीर में गंभीर समस्याएं पैदा कर सकती है. ऐसे में इस बीमारी से जुड़ी जानकारी होना बहुत जरूरी है.

एसटीडी के कारण

  • ट्रेपोनेमा पैलिडम नामक बैक्टीरिया के कारण क्लैमिडिया, गोनोरिया, सिफलिस और यौन रोग होने की संभावना बढ़ सकती है.
  • हेपेटाइटिस बी, हेपेटाइटिस सी, एचआईवी (एड्स का कारण), हर्पीज सिम्प्लेक्स वायरस (एचएसवी) और मानव पेपिलोमावायरस (एचपीवी) इस बीमारी के कारण हो सकते हैं.

एसटीडी के प्रकार

  • क्लैमाइडिया
  • गोनोरिया
  • सिफलिस
  • जननांग दाद
  • एचपीवी (ह्यूमन पेपिलोमावायरस)
  • एचआईवी (ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस)

एसटीडी के लक्षण

  • वजाइना से असामान्य डिस्चार्ज
  • पेशाब में जलन
  • पेट दर्द
  • खुजली या जलन
  • संबंध के दौरान दर्द
  • वजाइना में छाले
  • बुखार
  • थकान

एसटीडी के खतरा

  • बांझपन
  • गर्भपात
  • जन्मजात विकृतियां
  • पुरानी स्वास्थ्य समस्याएं
  • एचआईवी संक्रमण
  • मृत्यु

एसटीडी का इलाज

इस बीमारी का इलाज संक्रमण के कारण पर निर्भर करता है. कुछ एसटीडी का इलाज एंटीबायोटिक दवाओं से किया जा सकता है, जबकि अन्य का इलाज एंटीवायरल दवाओं से किया जाता है. कुछ एसटीडी का इलाज पूरी तरह से नहीं किया जा सकता है, लेकिन इनका इलाज लक्षणों को कम करने और संक्रमण को दूसरों तक फैलने से रोकने के लिए किया जा सकता है.

एसटीडी से बचाव

  • कंडोम का उपयोग एसटीडी से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है.
  • एक से ज्यादा संबंध बनाने से बचना चाहिए.
  • नियमित रूप से एसटीडी टेस्ट करवाना जरूरी है.

नोट: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. इसे केवल सुझाव के तौर पर लें. इस तरह की किसी भी जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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