STD Symptoms and Causes: खराब लाइफस्टाइल और अनहेल्दी खाने की वजह से कई लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. खासकर संबंध रखने वाले लोगों में संक्रमण का खतरा ज्यादा देखने को मिलता है. इससे उनके जीवन पर गंभीर प्रभाव पड़ता है. एसटीडी रोग के मामले हर दिन बढ़ते ही जा रहे हैं. ऐसे में समय रहते सतर्कता बरतना बेहद जरूरी है.
एसटीडी यानी सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज (Sexually Transmitted Diseases) एक ऐसा संक्रमण है, जो संबंध बनाने से फैलता है. यह रोग पुरुषों और महिलाओं दोनों में हो सकता है. यह न केवल शारीरिक तौर पर नुकसान पहुंचाता है, बल्कि मानसिक तौर पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है. इस बीमारी के कई कारण हो सकते हैं, जिसमें ब्रेस्टफीडिंग और इंट्रावेनस शामिल हैं. इसका समय रहते इलाज न कराने से यह शरीर में गंभीर समस्याएं पैदा कर सकती है. ऐसे में इस बीमारी से जुड़ी जानकारी होना बहुत जरूरी है.
इस बीमारी का इलाज संक्रमण के कारण पर निर्भर करता है. कुछ एसटीडी का इलाज एंटीबायोटिक दवाओं से किया जा सकता है, जबकि अन्य का इलाज एंटीवायरल दवाओं से किया जाता है. कुछ एसटीडी का इलाज पूरी तरह से नहीं किया जा सकता है, लेकिन इनका इलाज लक्षणों को कम करने और संक्रमण को दूसरों तक फैलने से रोकने के लिए किया जा सकता है.
नोट: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. इसे केवल सुझाव के तौर पर लें. इस तरह की किसी भी जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.