आंध्र प्रदेश के सीएम एन चंद्रबाबू नायडू ने हाल ही में स्त्रियों से राज्य में जनसंख्या स्थिर करने के लिए अधिक बच्चे पैदा करने के लिए बोला था. इसके केवल दो दिन बाद ही तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने एक तमिल कहावत का हवाला देते हुए बोला है कि लोकसभा परिसीमन की प्रक्रिया लोगों को 16 बच्चे पालने के बारे में सोचने पर विवश कर सकती है. स्टालिन का यह बयान 21 अक्टूबर को चेन्नई में एक सामूहिक शादी कार्यक्रम में शामिल होने के दौरान आया.
इस कार्यक्रम में स्टालिन ने जनगणना और परिसीमन प्रक्रिया के बारे में बात की. इस दौरान उन्होंने एक तमिल कहावत का उल्लेख किया “पथिनारुम पेत्रु पेरु वझवु वझगा,” जिसका अर्थ है 16 भिन्न-भिन्न तरह की संपत्ति अर्जित करना और समृद्ध जीवन जीना.
मुख्यमंत्री ने कहा, “संसद परिसीमन प्रक्रिया लोगों को कई बच्चे पैदा करने और छोटे परिवार के विचार को त्यागने के लिए प्रोत्साहित कर सकती है. रिज़ल्ट जो भी हो अपने बच्चों को तमिल नाम दें.” कार्यक्रम में स्टालिन ने बोला कि पहले बुजुर्ग नवविवाहित जोड़ों को 16 तरह की संपत्ति (पथिनारुम पेत्रु पेरु वझवु वझगा) पाने का आशीर्वाद देते थे, जिसमें प्रसिद्धि, शिक्षा, वंश, धन आदि शामिल थे, न कि 16 बच्चे.
उन्होंने बोला कि धीरे-धीरे लोग समृद्धि के लिए छोटे परिवार को बढ़ाने में विश्वास करने लगे हैं. स्टालिन ने कहा, “उस आशीर्वाद का मतलब 16 बच्चे पैदा करना नहीं है, अब ऐसी स्थिति पैदा हो गई है कि लोगों को लगता है कि अब उन्हें सचमुच 16 बच्चे पैदा करने चाहिए, न कि एक छोटा और समृद्ध परिवार.”
आपको बता दें कि हिंदुस्तान के दक्षिणी राज्यों को चिंता है कि जनसंख्या के आधार पर परिसीमन प्रक्रिया संसद में उनके अगुवाई को कम कर सकती है. इस वर्ष फरवरी में तमिलनाडु विधानसभा ने परिसीमन प्रक्रिया का विरोध करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया था.
19 अक्टूबर को अमरावती में एक रैली के दौरान चंद्रबाबू नायडू ने बोला था कि आंध्र प्रदेश में जनसंख्या प्रबंधन की जरूरत है. यहां वृद्ध लोगों की संख्या में वृद्धि होगी. उन्होंने कहा, “2047 तक हम अधिक युवा होंगे. 2047 के बाद अधिक वृद्ध लोग होंगे. एक स्त्री यदि दो से कम बच्चे जन्म देती है तो जनसंख्या कम हो जाएगी. यदि आप दो से अधिक बच्चों को जन्म देती हैं तो जनसंख्या बढ़ जाएगी.”
आपको बता दें कि दक्षिणी राज्य की जन्म रेट 1.6 तक गिर गई है. उन्होंने संभावना जताई कि वर्तमान स्थिति के जारी रहने से जन्म रेट में 1 या उससे भी कम की गिरावट आ सकती है. उन्होंने बोला कि समाज में केलव वृद्ध लोग ही दिखाई देंगे.
चंद्रबाबू नायडू की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी की पार्टी वाईएसआरसीपी के वरिष्ठ नेता जुपुडी प्रभाकर राव ने सीएम के लोगों से लगभग 10 वर्ष पहले कम बच्चे पैदा करने और अब अधिक बच्चे पैदा करने के विजन की प्रभावशीलता पर प्रश्न उठाया.