मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने छत्रीपुरा में हुए पथराव पर दी प्रतिक्रिया
Garima Singh November 05, 2024 11:27 AM

इंदौर में शुक्रवार को हुए पथराव पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने यह प्रतिक्रिया दी है. वे सोमवार को विजयनगर क्षेत्र में एक प्रोग्राम में शामिल होने पहुंचे थे.

यहां विजयवर्गीय ने मीडिया से बोला कि मैं अभी देख रहा हूं कि प्रशासन काफी एक्टिव है. प्रशासन कार्यवाही करेगा. यदि इसमें ठीक चेहरे आइडेंटिफाई नहीं हुए तो फिर मैं भी देखूंगा कि इंदौर में कौन अशांति फैलाता है. मेरे हाथ लग गए तो विपरीत लटका कर शहर में घुमाऊंगा.

महिलाओं ने कहा-उनके मकान टूटने चाहिए

मंत्री विजयवर्गीय सोमवार देर रात छत्रीपुरा भी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने स्त्रियों से बोला कि आप सभी झांसी की रानी हो. इस पर स्त्रियों ने विजयवर्गीय से बोला कि वे लोग बहुत परेशान करते हैं, उनके मकान टूटने चाहिए.

 

मंत्री कैलाश विजयर्गीय सोमवार रात छत्रीपुरा पहुंचे.

छत्रीपुरा में यह हुआ था विवाद

छत्रीपुरा पुलिस स्टेशन से महज 150 मीटर दूर रविदासपुरा में शुक्रवार को दोपहर 1.45 बजे दो बच्चियां पटाखे चला रही थीं, तभी सामने रहने वाले सलमान और शानू उन्हें गलत शब्द कह दिए. बच्चियों की मां से भी लड़ाई किया. इसके बाद टकराव बढ़ गया और दोनों ओर से जमकर पथराव होने लगा. भीड़ ने 15 वाहनों और धर्मस्थलों में तोड़फोड़ कर दी. एक ऑटो रिक्शा और एक कार में भी आग लगा दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को खदेड़ा. 6 थानों का फोर्स और रिजर्व बल बुलाया तब स्थिति नियंत्रण में आई थी.

इस टकराव को लेकर एक स्त्री ने इल्जाम लगाया था कि बच्चियों की कम्पलेन पर मैं सलमान और शानू से बात करने गई थी. मैं सात माह की गर्भवती हूं फिर भी उन्होंने धक्का दिया. स्त्रियों ने हाथापाई की. आरोपियों ने अभद्रता की और झूमाझटकी करने लगे. पास में रहने वाले तरुण अग्रवाल ने विरोध ली तो उन पर पत्थर चलाए. उनके कंधे और कान में चोट लगी.

 

रविदासपुरा में पटाखा फोड़ने को लेकर दो पक्षों में टकराव हुआ.

दिवाली के दिन घर में आग लगाई थी छत्रीपुरा टकराव में घायल राशिदा बी ने कहा कि परसों रात में दीपावली के दिन घर में आग लगाई थी. वो हमने बुझा दी थी. हम जंग नहीं करना चाहते थे. दूसरे दिन पटाखे घर में फेंकने लगे तो विरोध किया. फिर 40-50 लोगों ने एक लड़के को बहुत मारा. हम तीन महिलाएं बचाने निकले तो आरोपियों ने तलवार और बल्ली से धावा किया और खून में नहला दिया. राशिदा ने कहा, हम रिपोर्ट दर्ज करवाने पुलिस स्टेशन पहुंचे तो यहां 300 लोगों ने थाना घेर रखा था. सुरेश गोदला और उसके लोग थे. हमारे घर में पटाखे फेंक रहे थे, उसे लेकर ही टकराव हुआ था. एक स्त्री के पैर में फ्रैक्चर आ गया. मारने वाले पुरुष थे. रविदासपुरा के लोग थे. बच्ची पटाखा फोड़ रही थी और इंकार किया तब टकराव हुआ ये असत्य है. वहां कैमरे लगे हैं, देख लीजिए पता चल

इंदौर की मस्जिद पर लगे पोस्टर पर विवाद

 

इंदौर में एक मस्जिद पर लगे पोस्टर पर टकराव हो गया.

इंदौर के कागदीपुरा क्षेत्र की एक मस्जिद पर लगे पोस्टर पर टकराव हो गया. मुसलमान समुदाय का बोलना है कि पोस्टर में कर्बला की जंग को दिखाया गया है. मुहर्रम पर हर वर्ष ऐसे पोस्टर लगाए जाते हैं. 

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