आज के समय में बहुत से माता-पिता इस बात को लेकर चिंतित रहते हैं कि उनके बच्चे का पढ़ाई में मन नहीं लगता है या फिर कड़ी मेहनत के बावजूद उनके नंबर अच्छे नहीं आते हैं. बच्चे भी पढ़ाई और अच्छे नंबरों के दबाव के कारण तनाव महसूस करने लगते हैं. कई बार वे पूरी प्रयास करते हैं, लेकिन फिर भी उनकी पढ़ाई में रुकावट आती है. इसका मुख्य कारण एकाग्रता की कमी हो सकती है. ऐसे में, विद्यार्थियों को दो मंत्रों का जाप करना चाहिए. इन मंत्रों का जाप करने से विद्यार्थियों को पढ़ाई में फोकस और कामयाबी पाने में सहायता मिलती है.यह मानसिक शांति और स्मरण शक्ति को बढ़ाने में भी सहायक है.
मीडिया के साथ वार्ता के दौरान उत्तराखंड के ऋषिकेश में स्थित श्री सच्चा अखिलेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी शुभम तिवारी ने कहा कि माता-पिता तो परेशान रहते ही हैं कि उनके बच्चे पढ़ाई में ध्यान नहीं लगा पाते और अच्छे नंबर नहीं ला पाते. वहीं बच्चों में भी तनाव भी रहता है, खासकर जब वे मेहनत करने के बावजूद सफल नहीं हो पाते. इसका मुख्य कारण एकाग्रता की कमी हो सकती है.
मंत्र से बढ़ेगी मानसिक शांति और एकाग्रता
पुजारी शुभम तिवारी ने कहा कि शैक्षणिक प्रतिस्पर्धा और अच्छे ग्रेड पाने की दौड़ में विद्यार्थी मानसिक तनाव का शिकार हो जाते हैं. ऐसे में, कुछ मंत्रों का जाप उन्हें मानसिक शांति और एकाग्रता बढ़ाने में सहायता कर सकता है. यह माना गया है कि दो खास मंत्रों का नियमित रूप से जाप करने से पढ़ाई में फोकस और कामयाबी पाने में सहायता मिलती है. ये मंत्र हैं – सरस्वती मंत्र और गणेश मंत्र.
सरस्वती मंत्र और गणेश मंत्र
सरस्वती मंत्र (ॐ महासरस्वते नमः)का जाप करने से मां सरस्वती की कृपा मिलती है, जो ज्ञान और बुद्धि की देवी मानी जाती हैं. इस मंत्र के जाप से विद्यार्थियों का पढ़ाई में मन लगने लगता है और उनकी स्मरण शक्ति भी बढ़ती है. दूसरा मंत्र है गणेश मंत्र (ॐ गं गणपतये नमः) भगवान गणेश को विघ्नहर्ता बोला जाता है, यानी वे सभी बाधाओं को दूर करने वाले देवता हैं.इस मंत्र का जाप करने से विद्यार्थियों की सभी मुश्किलें दूर होती हैं और उनकी पढ़ाई में आ रही रुकावटें कम होने लगती हैं.अगर विद्यार्थी इन दोनों मंत्रों का रोज सुबह और शाम शांत मन से जाप करें, तो इससे उनकी एकाग्रता में सुधार होता है और पढ़ाई में बेहतर रिज़ल्ट मिलने की आसार बढ़ती है.