हरदोई में पुलिस कर्मियों में अनुशासन बनाए रखने के लिए हरदोई के पुलिस अधीक्षक (एसपी) नीरज कुमार जादौन ने कड़ा रुख अपनाया है. शुरुआती दिनों में कठोरता दिखाने के बाद एसपी ने थोड़ी नरमी दिखाई थी, लेकिन पुलिसवालों की ढिलाई बढ़ने पर उन्होंने फिर से सख
इनमें शाहाबाद कोतवाली के एक हेड कांस्टेबल और एक सिपाही ड्यूटी में ढिलाई के चलते निलंबित हुए, जबकि पुलिस लाइन से बिना अनुमति गायब तीन इंस्पेक्टर और दो दारोगा पर भी निलंबन की गाज गिरी. इसके साथ ही पांच के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई का आदेश दिया गया है. एसपी ने साफ किया कि अच्छा काम करने वालों को सराहा जाएगा, लेकिन ढिलाई बर्दाश्त नहीं होगी.
अचानक निरीक्षण से मचा हड़कंप मंगलवार देर रात एसपी नीरज कुमार जादौन ने अचानक थानों का निरीक्षण किया. शाहाबाद कोतवाली के गेट पर ड्यूटी पर तैनात सिपाही गोविंद प्रजापति गेट पर न होकर पीछे किसी से वार्ता में व्यस्त था, जिससे एसपी के आने की भनक तक नहीं लगी.
कार्यालय के अंदर भी हेड कांस्टेबल प्रमोद कुमार अपनी ड्यूटी पर न होकर वायरलेस सेट की जिम्मेदारी होमगार्ड के एक जवान को सौंपकर गायब थे. एसपी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सिपाही गोविंद और हेड कांस्टेबल प्रमोद कुमार को निलंबित कर दिया और कोतवाल निर्भय कुमार सिंह की ढिलाई की जांच के आदेश भी दिए हैं.
पुलिस लाइन से गायब पुलिसकर्मी भी निशाने पर पुलिस लाइन में तैनात कर्मियों का बिना अनुमति मुख्यालय से गायब होना एसपी नीरज कुमार जादौन के संज्ञान में आया. रात की गणना में पाया गया कि इंस्पेक्टर रमेश चंद्र पांडेय, बाल कृष्ण मिश्र, राकेश कुमार, दारोगा प्रेमपाल और रामराज अपनी ड्यूटी से अनुपस्थित थे. इनमें से कोई लखनऊ तो कोई जौनपुर में पाया गया. इस अनुशासनहीनता पर एसपी ने तीनों इंस्पेक्टर और दोनों दारोगा को निलंबित कर दिया.
जांच के दायरे में अन्य कर्मी गणना के दौरान इंस्पेक्टर आशुतोष सिंह, सुजीत सिंह और दारोगा असगर अली, सभानाथ, संदीप तिवारी भी लाइन में अनुपस्थित पाए गए. हालांकि, वे शहर में सामान लेने गए थे और थोड़ी देर में लौट भी आए, लेकिन उनकी ढिलाई की भी जांच की जा रही है.
एसपी का संदेश एसपी नीरज कुमार जादौन का बोलना है कि अनुशासन तोड़ने वाले किसी भी पुलिसकर्मी को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह किसी भी पद पर हो.