पॉल्यूशन सिर्फ फेफड़ों को ही नहीं दिल को भी करता है डैमेज , अचानक से पड़ सकता है हार्ट अटैक
एबीपी लाइव November 07, 2024 01:12 PM

दिल्ली में सांस लेना हर किसी के लिए मुश्किल हो गया है. ब्लैक स्मॉग फेफड़ों के लिए काफी ज्यादा खतरनाक है. एयर पॉल्यूशन से सांस लेने में काफी ज्यादा दिक्कत होती है. जिसके कारण दिल पर बुरा असर होता है. इसके कारण हार्ट अटैक का खतरा भी कई गुना बढ़ जाता है. दिल्ली-एनसीआर में बढ़ता पॉल्यूशन दिन पर दिन जानलेवा साबित होता जा रहा है. हवा में फैला काला धुआं न सिर्फ फेफड़ों को बीमार करता है बल्कि दिल को भी नुकसान पहुंचाता है.

गंदी हवा में सांस लेने के कारण बढ़ सकता है हार्ट अटैक का खतरा

गंदी हवा में सांस लेने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. पॉल्यूशन की वजह से हवा में धुआं, धूल और हानिकारक गैसों का लेवल बढ़ जाता है. पटाखों से निकलने वाला हानिकारक काला धुआं हवा के जरिए आपके शरीर के अंदर जा रहा है. जो आपकी सेहत के लिए बेहद खतरनाक साबित हो रहा है. सांस, अस्थमा और दिल के मरीजों को इस प्रदूषण में खास एहतियात बरतनी चाहिए. डॉक्टर से जानें प्रदूषण से कौन से अंग प्रभावित हो रहे हैं और इससे कैसे बचें. इंडिया टीवी के इंग्लिश पॉर्टल में छपी खबर के मुताबिक दिवाली के बाद ठंड और बदलते मौसम का असर सेहत पर पड़ता है. दूसरे प्रदूषण का सीधा असर सेहत पर पड़ता है. इस मौसम में सांस फूलना, खांसी और गले में खराश जैसी समस्याएं परेशान करती हैं.

एयर पॉल्यूशन का न केवल फेफड़ों पर बल्कि दिल पर भी बुरा असर पड़ता है. हवा में पाए जाने वाले गंदगी ब्लड सर्कुलेशन के जरिए शरीर में सूजन पैदा करते हैं. इससे शरीर में खून का थक्का जम जाता है. इस स्थिति में हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक का खतरा पैदा होता है.

एयर पॉल्यूशन के कारण हवा में नाइट्रोजन और सल्फर जैसी हानिकारक गैसें बढ़ जाती हैं. इससे आंखों में जलन, आंखों में खुजली और आंखें लाल होने जैसी समस्याएं होती हैं.

पॉल्यूशन से बचने के लिए आप कुछ खाल घरेलू उपाय अपना सकते हैं. सबसे पहले तो जब भी घर से बाहर निकलें तो एन-95 मास्क जरूर पहनें. रोजाना भाप लें. घर के अंदर हवा को शुद्ध करने के लिए एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें. घर के अंदर कुछ देर एक्सरसाइज जरूर करें. जितना हो सके पानी पिएं. विटामिन सी से भरपूर खाना खाएं. शरीर को डिटॉक्स करते रहें.

ये भी पढ़ें: अब 40 पर्सेंट तक कम हो जाएगा सर्वाइकल कैंसर से मौत का खतरा, 10 साल की टेस्टिंग के बाद तैयार हुआ खास ट्रीटमेंट

© Copyright @2024 LIDEA. All Rights Reserved.