हापुड़. गढ़ गंगा कार्तिक मेले को लेकर कल से दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर रूट डायवर्जन प्रबंध लागू कर दी गई है, ताकि श्रद्धालुओं को जाम की परेशानी से बचाया जा सके. इस संबंध में ब्रजघाट में हापुड़ और अमरोहा के डीएम की अध्यक्षता में पांच जिलों के ऑफिसरों न
मेले के दौरान हापुड़ और अमरोहा जिलों में गंगा के दोनों किनारे मेले का आयोजन किया जाता है, जिसके चलते दूर-दराज से लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं. ऐसे में वाहनों का दबाव बढ़ने से अक्सर जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. इस परेशानी को हल करने के लिए ऑफिसरों ने रूट डायवर्जन की योजना बनाई है, जिससे श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो.
भारी वाहनों का प्रवेश रहेगा बंद
हापुड़ और अमरोहा जिले के अलावा, अन्य शहरों और राज्यों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. इस बढ़े हुए यातायात को नियंत्रित करने के लिए भारी वाहनों का प्रवेश बंद कर दिया जाएगा. गाजियाबाद, बुलंदशहर और मेरठ से आने वाले भारी वाहनों को वैकल्पिक मार्ग से भेजने के निर्देश दिए गए हैं.
भैंसा दौड़ पर निगरानी
डीएम प्रेरणा शर्मा ने बोला कि गंगा मेले में भैंसा-बुग्गी की दौड़ की संख्या बहुत अधिक होती है, और इस पर विशेष नज़र रखी जाएगी. यदि आसपास के जिलों की सड़कों पर भी भैंसा-बुग्गी दौड़ रही हैं, तो उसे तुरंत रोकने के निर्देश दिए गए हैं. इस संबंध में सूचना एक दूसरे जिले को दी जाएगी.
एसपी हापुड़ ज्ञानेंजय सिंह ने बोला कि मेले की सीसीटीवी कैमरों से नज़र की जाएगी, और यदि कोई कैमरा खराब है या उसकी दिशा ठीक नहीं है तो उसे तुरंत सुधारने का आदेश दिया जाएगा. उन्होंने बोला कि मेला मार्ग में पड़ने वाले कट पर बैरिकेडिंग प्रबंध भी ठीक से सुनिश्चित की जाए, ताकि यातायात में कोई रुकावट न आए. इसके अलावा, यदि कोई वाहन सड़कों पर खराब हो जाता है, तो उसे शीघ्र हटवाने की प्रबंध की जाएगी.
डायवर्जन प्लान में बदलाव
इस दौरान ऑफिसरों ने मिलकर जरूरी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने का संकल्प लिया ताकि मेले के दौरान श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े.