NVIDIA: दुनिया की सबसे वैल्यूएबल कंपनी के खिताब पर एनवीडिया ने एक बार फिर कब्जा कर लिया है. चिपमेकर एनवीडिया पहले भी ये मुकाम हासिल कर चुकी है. इस बार भी एनवीडिया ने एप्पल को दूसरे नंबर पर धकेलकर पहला स्थान पा लिया है. दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बनने के पीछे एनवीडिया ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की ताकत को भी खूब जिम्मेदार दिखाया है. एआई हार्डवेयर मार्केट में अपना दबदबा जमाने के जरिए एनवीडिया लगातार नए-नए रिकॉर्ड गढ़ती जा रही है. एनवीडिया की ताकत इतनी है कि एसएंडपी 500 इंडेक्स में इसका वेटेज 7 फीसदी है और इस साल कंपनी ने इंडेक्स के लिए 21 फीसदी की बढ़ोतरी अभी तक हासिल कर ली है.
एनवीडिया का मार्केट कैप शानदार उछाल के साथ 3.43 ट्रिलियन डॉलर पर आ गया है और इस अभूतपूर्व कारनामे को करने के लिए एआई के सहारे से कंपनी को जबरदस्त ग्रोथ दिखाने का मौका मिला है. कंपनी के एआई ट्रेनिंग और रनिंग मॉड्यूल के जरिए कंपनी इस क्षेत्र में अपना रुतबा बरकरार रखे हुए है और पूरे साल के दौरान एनवीडिया की धमाकेदार ग्रोथ ने कारोबारी हलकों से हैरान किया है और इसके निवेशकों को मालामाल किया है.
कंपनी ने एआई की बढ़ती डिमांड को संभालने के लिए मुख्य रूप से डेटा सेंटर और एआई रिसर्चर्स पर जमकर निवेश किया है. इसके रिटर्न के रूप में एनवीडिया के शेयर आसमान की ऊंचाई पर जा पहुंचे हैं. कल के ट्रेड में अमेरिकी बाजार में नैस्डेक पर एनवीडिया कॉर्प के शेयर 145.61 अमेरिकी डॉलर पर बंद हुए और इसमें 4 फीसदी से ज्यादा उछाल के साथ कारोबार बंद हुआ है. इसी के सहारे शेयर बाजार में एनवीडिया एक शानदार मार्जिन के साथ अपने कॉम्पीटीटर्स को पीछे छोड़ रही है.
टेक इंडस्ट्री में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का दबदबा छाया हुआ है और इसके दायरे में एप्पल, अल्फाबेट, माइक्रोसॉफ्ट और मेटा सभी टेक दिग्गज कंपनियां आ रही हैं. एआई निवेश के लिए टेक्नोलॉजी का यूज करके ये तकनीकी कंपनियां अपने प्रोडक्ट्स् और सेवाओं का विस्तार कर रही हैं और ग्लोबल रूप से इन सभी को चिप सप्लाई करके एनवीडिया पायोनियर बनी हुई है.
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