1 साल तक बच्चों को रहती है एक्ट्रा केयर की जरूरत, जानें क्या करें, क्या नहीं
कोमल पांडे November 07, 2024 03:12 PM

Infant Protection Day 2024 : आज 7 नवंबर को इन्फेंट प्रोटेक्शन डे मनाया जा रहा है. इस दिन को मनाने का मकसद जन्म से 1 साल तक के बच्चों की केयर को बढ़ावा देना है. ताकि नवजात बच्चे की सुरक्षा और सही देखभाल के लिए लोगों को अवेयर किया जा सके. घर में न्यूबॉर्न बेबी है तो मां-बाप को ही नहीं हर फैमिली मेंबर्स को बेहद सावधानी बरतने की जरूरत होती है. इसलिए उन्हें लेकर बहुत अलर्ट रहना चाहिए. ऐसे में आइए जानते हैं कि 1 साल तक के बच्चे की केयर करने के लिए क्या-क्या करना चाहिए, ताकि आपका नन्हा-मुन्हा बीमारियों से दूर तंद्रुस्त और हमेशा खिलखिलाता रहे.

ये भी पढ़ें: अब 40 पर्सेंट तक कम हो जाएगा सर्वाइकल कैंसर से मौत का खतरा, 10 साल की टेस्टिंग के बाद तैयार हुआ खास ट्रीटमेंट

बच्चे की अच्छी देखभाल के लिए क्या करें

1. न्यूबॉर्न (Newborn Care Tips) को छूने से पहले अपने हाथों को एंटीबैक्‍टीरियल साबुन से अच्छी तरह धोएं, क्योंकि गंदे हाथों से छूने पर बच्चा जर्म्स और वायरस की चपेट में आ सकता है. 2. 2. बच्चे की सभी चीजें एंटीबैक्टीरियल साबुन या डिटर्जेंट में ही धोएं और अच्छी तरह सुखाएं.

3. घर के किसी बुखार या खांसी-जुकाम या किसी तरह की बीमारी है तो ठीक होने तक न्यूबॉर्न बेबी से दूर रहें.

4. अगर मां बीमार हैं तो खाना खिलाने या कपड़े बदलने के लिए लेटेक्स ग्लव्स का यूज करें.

5. बच्चे को गोद में लेने से पहले हमेशा साफ कपड़े पहनें.

6. बच्चों के कपड़ों को लेकर भी सावधान रहें. हल्के गीले कपड़ों पर भी फंगस लग सकते हैं, इससे उन्हें स्किन इरिटेशन हो सकता है.

7. सीलबंद डायपर का पैकेट ही खरीदें. बच्चे को पहले कॉटन फिर कोई कपड़ा पहनाएं.

8. बच्चों के लिए यूज होने वाली वाइप्स, पाउडर और पैंट्स को हमेशा किसी ऐसी जगह रखें, जो जरूरत पड़ने पर तुरंत मिल जाए.

9. घर को कीटाणुरहित बनाए रखें. सभी कोनों, प्लास्टिक, मेटल, कांच के हैंडिल और फर्श को अच्छी तरह साफ करवाएं.

10. बच्चे के बिस्तर को एंटीबैक्टीरियल लिक्विड क्लीनर से अच्छी तरह साफ करें और  मक्खियों और कीड़ों से घर को बचाएं.

.ये भी पढ़ें: अब 40 पर्सेंट तक कम हो जाएगा सर्वाइकल कैंसर से मौत का खतरा, 10 साल की टेस्टिंग के बाद तैयार हुआ खास ट्रीटमेंट

न्यूबॉर्न बेबी की एक्ट्रा केयर की जरूरत

1. पैरेंट्स बच्चों को कभी भी अकेला न सुलाएं. सोते समय उन्हें चारों तरफ से कवर करें, ताकि गिरने का डर न रहे.

2. बच्चों का बेड सॉफ्ट, सॉलिड और फ्लैट ही रखें.

3. बच्चा ज्यादा रोए या उसकी तबीयत ठीक न लगे तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं.

4. बच्चों को ज्यादा कपड़े न पहनाएं, उतने ही रखें, जिसमें वे कंफर्ट हों. खुद भी सॉफ्ट कपड़े ही पहनें.

5. केमिकल फ्री ऑयल या क्रीम से बच्चों की मालिश करें.

6. बच्चों के पास मोबाइल, लैपटॉप जैसे गैजेट्स न रखें.

7. जन्म के बाद बच्चों को लगने वाले सभी टीके टाइम टू टाइम लगवाएं.

मां का दूध ही न्यूबॉर्न को पिलाएं

डॉक्टरों का कहना है कि न्यूबॉर्न बेबी के लिए मां का दूध एक तरह से सुरक्षा कवच की तरह काम करता है. जन्म के 1 घंटे बाद से लेकर 6 महीने तक मां का दूध ही पिलाना चाहिए. इसके अलावा उन्हें न पानी, न जूस और ना ही किसी चीज की जरूरत होती है. दरअसल, मां के दूध में फैट, शुगर, पानी और प्रोटीन बिल्कुल सही मात्रा में होता है. इसमें वे सभी पोषक तत्व होते हैं, जो बच्चे के लिए जरूरी हैं. इसिलिए इसे संपूर्ण आहार भी बताया जाता है. यह दूध बच्चे की सेहत को बेहतर बनाता है.

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

यह भी पढ़ें :शहरों में रहने वाली लड़कियों में कॉमन हो रही है सारा अली खान वाली ये बीमारी, इग्नोर करना हो सकता है खतरनाक

 

 

© Copyright @2024 LIDEA. All Rights Reserved.