लखनऊ, 07 नवम्बर . पूरे देश में राहुल गांधी के द्वारा संविधान बचाने और दलितों और पिछड़ों की हक की लड़ाई लड़ने के अभियान से बौखलाई भारतीय जनता पार्टी अब अपना असली दलित ,पिछड़ा और संविधान विरोधी चेहरा प्रदर्शित कर रही है. जिस तरह देश के लोगों ने संविधान के रक्षा और अपने अधिकारों लिए एकजुट होकर लोकसभा चुनाव में भाजपा को बहुमत के आंकड़े से रोककर उनकी तानाशाही सोच को हराने का काम किया. उससे बीजेपी नेताओं की नींद उड़ गई है. जनता के द्वारा दी हार बीजेपी के नेता पचा नहीं पा रहे हैं. इसीलिए समय समय पर अपनी दलित पिछड़ा विरोधी और संविधान विरोधी मानसिकता उजागर कर रहे. ये बातें कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने गुरुवार को कही.
यह बता दें कि यूपी के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि उनका बयान देश में अशांति फैलाने वाला है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा ही दलितों-पिछड़ों के साथ अन्याय किया है. इसी का जवाब देते हुए अजय राय ने कहा कि मंत्री दिनेश सिंह ने जो झूठ प्रेस के सामने बोला है. मंत्री के पद पर रहते हुए संवैधानिक पद की शपथ लेते हुए झूठ बोला है. उससे यह साबित हो गया है कि बीजेपी को दलित और पिछड़ों की हक और प्रतिनिधित्व की जो लड़ाई राहुल गांधी लड़ रहे हैं. वह हजम नहीं हो रही ,राहुल गांधी जी जातीय जनगणना के मुद्दे को उठा रहे हैं.
अमेठी से सांसद किशोरी लाल शर्मा ने दिनेश सिंह द्वारा झूठे आंकड़े पेश करने पर पलटवार करते हुए कहा कि रायबरेली की जनता दिनेश सिंह से सवाल पूछ रही है कि उन्होंने कितने दलितों पिछड़ों को बढ़ाया, सच्चाई यह कि दिनेश सिंह ने दलितों पिछड़ों का हक मारा, एक पिछड़े नेता का टिकट कटवाकर अपने भाई को लड़ाया, दिनेश सिंह झूठे आंकड़े का हवाला देकर मनगढ़ंत आरोप लगा रहे हैं. सच्चाई यह है कि कांग्रेस ने सदैव 1951 से अब तक दलितों और पिछड़ों को सम्मान सहित प्रतिनिधत्व देकर आगे बढ़ाने का काम किया है.
अजय राय ने कहा हमें तो आश्चर्य होता है कि उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री दिनेश सिंह जो अपने को पढ़ा लिखा कहते हैं राहुल गांधी के द्वारा दिशा के सदस्यों के लिए जारी की गई चिट्ठी को सही से पढ़ भी नहीं पाए यदि पढ़ लिया होता तो इस तरीके का झूठ नहीं बोलते आज दिनेश सिंह के द्वारा बोला गया झूठ आर.एस.एस, बीजेपी की दलित व पिछड़ा संविधान विरोधी नफरती जहरीली सोच को दर्शाता है.
/ उपेन्द्र नाथ राय