वैशाली : यदि आप वर्मी कंपोस्ट के साथ-साथ मधुमक्खी पालन और सामुदायिक कृषि के क्षेत्र में रोजगार की तलाश कर रहे हैं या स्वयं का कारोबार प्रारम्भ करने का सपना देख रहे हैं, तो वैशाली कृषि विज्ञान केंद्र आपके सपनों को साकार करने के लिए तैयार है यहां 15 दिन का निःशुल्क आवासीय प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसके बाद आप इन तीनों क्षेत्रों में अपना कारोबार खड़ा कर सकते हैं और आत्मनिर्भर बन सकते हैं।
प्रशिक्षण में भाग लेने के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थी को कम से कम मैट्रिक पास होना चाहिए और उसके पास आधार कार्ड होना जरूरी है। इस प्रशिक्षण के दौरान अभ्यर्थियों को वर्मी कम्पोस्ट बनाने, मधुमक्खी पालन और कृषि यंत्रों के इस्तेमाल की बारीकियां सिखाई जाएगी। साथ ही कृषि विज्ञान केंद्र से जुड़े वैज्ञानिक और जानकार यह भी सुनिश्चित करेंगे कि प्रशिक्षार्थी को प्रशिक्षण के बाद कर्ज की सुविधा मिल सके, ताकि वे अपने व्यवसाय को प्रारम्भ कर सकें।
क्या कह रहे हैं कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक?
कृषि विज्ञान केंद्र हरिहरपुर के वैज्ञानिक अनिल कुमार सिंह के अनुसार, हिंदुस्तान गवर्नमेंट के कौशल विकास योजना के अनुसार 15 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसमें पुरुष और युवतियां वर्मी कंपोस्ट, मधुमक्खी पालन और सामुदायिक कृषि के क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान रहने और खाने की पूरी प्रबंध गवर्नमेंट द्वारा की जाएगी और यह पूरी तरह से निःशुल्क होगा।
कब से प्रारम्भ हो रहा है प्रशिक्षण?
यह प्रशिक्षण छठ पर्व के बाद से प्रारम्भ किया जाएगा। नवंबर और दिसंबर में दो-दो बैच होंगे जबकि जनवरी में भी दो बैच आयोजित किए जाएंगे। प्रत्येक बैच में 30 लोग शामिल होंगे। कुल मिलाकर 6 बैचों के माध्यम से जिले के 180 युवक-युवतियों को प्रशिक्षित किया जाएगा, जो भविष्य में इन क्षेत्रों में अपना व्यवसाय प्रारम्भ कर सकते हैं।
मुफ्त प्रशिक्षण के साथ कर्ज की सुविधा
प्रशिक्षण के बाद कृषि विज्ञान केंद्र आपको व्यवसाय प्रारम्भ करने के लिए कर्ज दिलवाने में भी सहायता करेगा, ताकि आप बिना किसी आर्थिक परेशानी के अपना कारोबार खड़ा कर सकें। यह प्रशिक्षण आपकी कामयाबी की पहली सीढ़ी साबित हो सकता है और आपके आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक जरूरी कदम होगा।