क्या होता है सैलरी ओवरड्राफ्ट? नौकरीपेशा के लिए कमाल का है ये विकल्प, जानें सारी जानकारी
et November 09, 2024 03:42 AM
मुश्किल समय में जब भी अचानक पैसों की जरूरत पड़ती है तो किसी से उधार लेते हैं, क्रेडिट कार्ड के जरिये इस्तेमाल करते हैं या फिर लोन का सहारा लेते हैं. यदि आप नौकरीपेशा हैं तो आपका पास एक और विकल्प है. जिससे कि जरूरत के समय पैसे मिल सकते हैं. ये है सैलरी ओवरड्राफ्ट.सैलरी ओवरड्राफ्ट क्या है?कई लोगों को सैलरी ओवरड्राफ्ट की जानकारी नहीं होती है. यह एक प्रकार का लोन ही होता है. जो सैलरी अकाउंट पर मिलता है. यानी आपको जब पैसों की जरूरत पड़े तो खाते से सैलरी से ज्यादा रकम की निकासी की जा सकती है.कितना मिल सकता है सैलरी ओवरड्राफ्टइस सुविधा में आप अपने वेतन से लगभग दो से तीन गुना तक राशि का ओवरड्राफ्ट कर सकते हैं. इसे शॉर्ट टर्म लोन भी कहा जाता है.क्या है सैलरी ओवरड्राफ्ट के नियम -अलग-अलग बैंकों में सैलरी ओवरड्राफ्ट को लेकर नियम अलग-अलग होते हैं. कई बैंक सैलरी के दो से तीन गुना राशि खर्च करने की सुविधा देते हैं वहीं कुछ बैंकों में सैलरी के 80 से 90 फीसदी तक ओवरड्राफ्ट लिया जा सकता है. सैलरी ओवरड्राफ्ट आपके पीछे वित्तीय रिकॉर्ड को देखकर दिए जाते हैं.सैलरी ओवरड्राफ्ट के लाभ· इस पर जिस दर से ब्याज वसूला जाता है वह क्रेडिट कार्ड और पर्सनल लोन में ली जाने वाली ब्याज दर से काफी कम है.· ब्याज की गणना रोजाना आधार पर होती है.· सैलरी ओवरड्राफ्ट में पर्सनल लोन के जैसे प्रोसेसिंग फीस का भुगतान नहीं करना होता है. इतना ही नहीं जितनी रकम बैंक से ओवरड्राफ्ट के लिए अप्रूव हुई है उतनी पूरी पर ब्याज नहीं देना होता है. ब्याज केवल उतनी राशि पर देना पड़ेगा, जितने का आपने इस्तेमाल किया है.· यदि आप ओवरड्राफ्ट की राशि का समय से पहले भुगतान कर देते हैं तो आपको प्रीपेमेंट चार्ज भी नहीं देना पड़ेगा. जो पर्सनल लोन के मामले में देना पड़ता है.· केवल उतने समय के लिए आपको ब्याज देना पड़ेगा, जितने समय ओवरड्राफ्ट अमाउंट का आपने भुगतान नहीं किया.
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