सिमडेगा, 8 नवंबर . असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने शुक्रवार को झारखंड के सिमडेगा में भाजपा प्रत्याशी श्रद्धानंद बेसरा और सुजान जोजो के लिए जनता का समर्थन मांगा. इस दौरान उन्होंने हेमंत सरकार पर जमकर निशाना साथा. साथ ही कहा कि हेमंत सरकार न आदिवासियों के लिए काम कर रही है, न यहां की जनता के लिए. कांग्रेस, जेएमएम की सरकार केवल आलमगीर आलम और इरफान अंसारी के लिए काम कर रही है.
सरमा ने कहा कि झारखंड के आदिवासी समाज जेएमएम और कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेगा. इसलिए हेमंत सरकार का परिवर्तन कर झारखंड में भाजपा की सरकार बनानी जरूरी है. उन्होंने कहा कि 2019 में चुनाव के समय हेमंत सोरेन ने अपने पिता का कसम खाकर युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था, वह झूठा साबित हुआ. जेएमएम सरकार ने किसी युवा को नौकरी नहीं दी. हेमंत सोरेन ने यूजी और पीजी के युवाओं को नौकरी नहीं मिलने तक 5000 से 7000 रुपये भत्ता देने का वादा किया था, वह भी किसी को नहीं मिला. हेमंत सोरेन अपने पिता की झूठी कसम खाकर युवाओं को ठगा है.
हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि हेमंत सोरेन ने महिलाओं को दाे हजार चूल्हा खर्च देने का वादा किया था. गरीबों को 72000 देने का वादा किया था. कहा था बेटियों की शादी में सोने का सिक्का देंगे, गरीब परिवार को 51000 रुपये देंगे लेकिन ये सोने का सिक्का और झारखंड के गरीब परिवारों का 51,000 रुपये आलमगीर आलम खा गए. सीबीआई-ईडी ने आलमगीर आलम के घर से 35 करोड़ रुपये बरामद किए. कांग्रेस नेता धीरज साहू के घर से 350 करोड़ रुपये बरामद हुए. झारखंड के गरीबों का पैसा आलमगीर आलम और धीरज साहू मिलकर खा गए.
सरमा ने कहा कि हेमंत सोरेन ईडी सीबीआई पर सवाल उठाते हैं. यदि ईडी-सीबीआई नहीं आएगी तो झारखंड के गरीबों का जो कुछ भी बचा है उसे भी आलमगीर आलम और इरफान अंसारी लेकर चले जाएंगे, कुछ भी नहीं बचेगा. यह मोदी का झारखंड की जनता के विकास का पैसा था. वो पैसे कहां गये.
आज राज्य में परीक्षा कराई जाती है लेकिन पेपर लीक हो जाता है. हेमंत सोरेन में भ्रष्टाचारी कुछ लोगों को नेपाल लेकर जाती है, वहां पहले ही परीक्षा प्रश्न दे दिया जाता है. झारखंड के युवाओं के हाथ में कुछ नौकरी नहीं मिलती है. जब युवा आंदोलन करते हैं, तो पुलिस उनको पीटती है.
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/ शारदा वन्दना