अक्टूबर के महीने की शुरुआत में सरकार से लेकर देश का हर कोई शख्स गर्व का महसूस कर रहा था. उस समय देश के विदेशी मुद्रा भंडार का लेवल 700 अरब डॉलर के पार पहुंच गा था. लेकिन उसके बाद से पता नहीं किसकी नजर लगी कि सिर्फ देश का फॉरेक्स रिजर्व सिर्फ 700 अरब डॉलर से नीचे ही नहीं आया, बल्कि लगातार 5 हफ्तों से इसमें गिरावट रुकने का नाम नहीं ले रही है. लगातार 5 हफ्तों से देश के फॉरेक्स रिजर्व में 22.76 अरब डॉलर यानी करीब 2 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर देश के रिजर्व बैंक ने किस तरह के आंकड़े सामने रखें हैं.
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए कहा कि भारत का विदेशी मुद्रा भंडार एक नवंबर को समाप्त सप्ताह में 2.67 अरब डॉलर घटकर 682.13 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया है. इससे पिछले सप्ताह देश का विदेशी मुद्रा भंडार 3.46 अरब डॉलर घटकर 684.80 अरब डॉलर रहा था. सितंबर के अंत में विदेशी मुद्रा भंडार 704.88 अरब डॉलर के अपने लाइफ टाइम हाई पर था. लेकिन तब से अब तक विदेशी मुद्रा भंडार में 22.76 अरब डॉलर यानी करीब 2 लाख करोड़ रुपए की गिरावट देखने को मिल चुकी है. लगातार 5 हफ्तों से देश के फॉरेक्स रिजर्व में गिरावट बड़ी चिंता का विषय है. जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में इसमें और भी गिरावट देखने को मिल सकती है.
आरबीआई के शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, एक नवंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा मानी जाने वाली फॉरेन करेंसी असेट्स 3.90 अरब डॉलर घटकर 589.84 अरब अमेरिकी डॉलर रह गईं. डॉलर के संदर्भ में उल्लेखित फॉरेन करेंसी असेट्स में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं की घट-बढ़ का प्रभाव शामिल होता है. वहीं दूसरी ओर गोल्ड रिजर्व में 1.22 अरब डॉलर की बढ़ोतरी देखने को मिली है और कुल रिजर्व 69.75 अरब डॉलर हो गया. विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 10 लाख डॉलर घटकर 18.21 अरब डॉलर रह गया. रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, आलोच्य सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के पास भारत का आरक्षित भंडार 40 लाख डॉलर घटकर 4.32 अरब डॉलर पर आ गया.
वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान के फॉरेक्स रिजर्व में भी गिरावट देखने को मिली है. पाकिस्तानी मीडिया द डॉन की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के सेंट्रल बैंक स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में 18 मिलियन डॉलर का इजाफा जरूर देखने को मिला है और यह बढ़कर 11.274 बिलियन डॉलर हो गया है, लेकिन कुल भंडार में 118 मिलियन डॉलर की गिरावट देखने को मिली है, जो कम होकर 15.9 बिलियन डॉलर पर आ गया है. वास्तव में कमर्शियल बैंकों के विदेशी मुद्रा भंडार 137 मिलियन डॉलर की गिरावट देखने को मिली है. जो 4.8 बिलियन डॉलर रह गया है. विशेषज्ञों ने कहा कि एसबीपी भंडार देश के दो महीने के इंपोर्ट को कवर करने के लिए पर्याप्त है. एसबीपी के गवर्नर जमील अहमद ने हाल ही में कहा है कि उन्हें इस सप्ताह एशियाई विकास बैंक से 500 मिलियन डॉलर की उम्मीद है, जिससे भंडार बढ़कर 11.7 बिलियन डॉलर हो जाएगा.