जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत गेन्नेडी गैटिलोव ने कहा, "ट्रंप ने यूक्रेन संकट को रातों-रात सुलझाने का वादा किया था. ठीक है, उन्हें प्रयास करने दीजिए. लेकिन हम यथार्थवादी लोग हैं, निश्चित रूप से हम समझते हैं कि ऐसा कभी नहीं होगा."
उन्होंने आगे कहा, "लेकिन अगर वह राजनीतिक प्रक्रिया शुरू करने के लिए कुछ शुरू करते हैं या सुझाव देते हैं, तो इसका स्वागत है." उन्होंने कहा कि इस तरह की कोई भी बातचीत जमीनी हकीकत" पर आधारित होनी चाहिए क्योंकि दो साल से चल रहे इस संघर्ष की वजह से यूक्रेन बैकफुट पर है.रूसी सेनाएं यूक्रेन में कम से कम एक साल में सबसे तेज़ गति से आगे बढ़ रही हैं और अब देश के लगभग पांचवें हिस्से पर उनका नियंत्रण है.
वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने बार-बार कहा है कि जब तक सभी रूसी सेनाओं को निष्कासित नहीं किया जाता है और क्रीमिया सहित मॉस्को द्वारा कब्जा किए गए सभी क्षेत्रों को वापस नहीं किया जाता है, तब तक शांति स्थापित नहीं हो सकती है. जेलेंस्की ने पिछले सप्ताह बुडापेस्ट में यूरोपीय नेताओं से कहा कि रूस को रियायतें यूक्रेन के लिए अस्वीकार्य और पूरे यूरोप के लिए आत्मघाती होंगी.