किसान का अविष्कार: मात्र 60 हजार की लागत से बना दी ई साइकिल, लोगों के बीच बना चर्चा का विषय
Udaipur Kiran Hindi November 15, 2024 02:42 PM

बलरामपुर, 14 नवंबर . पेट्रोल के तेजी से बढ़ते दाम के बीच अगर आपको एक ऐसी ई साइकिल मिल जाए जो मात्र 20 रुपये में 100 किलोमीटर की दूरी तय करें, तो एक बार आपको भी यकीन नहीं होगा. लेकिन ऐसा कर दिखाया है बलरामपुर जिले के कृष्ण नगर गांव के किसान श्रीदम हलदार ने. उन्होंने अपने जुगाड़ से पढ़े लिखे इंजीनियरों को भी मात दे दी है. हलदार ने मोटरसाइकिल के पुराने कल-पुर्जे के साथ प्रयोग कर अपने दम पर इलेक्ट्रिक साइकिल बना दी.

श्रीदम हलदार अपने इस आविष्कार को लेकर पूरे शहर में चर्चा का विषय बन गए है. अपनी साइकिल लेकर जब बाजार में निकलते है तब देखने वाले लोगों की भीड़ लग जाती है. आने वाले समय में वह लोगों के लिए इस तरह की और ई साइकिल बनाना चाहते हैं.

20 रुपये की बिजली खर्च करने पर ई साइकिल देता है 100 का माइलेज

श्रीदम हलदार ने पुरानी मोटरसाइकिल की पार्ट्स को जोड़ ई साइकिल बनाई जिसमें 4 बैटरी के साथ एक बीएलडीसी मोटर, एक कंट्रोलर और बाकी सभी दूसरे मोटरसाइकिल के पार्ट्स लगे हुए है. जिसमें 3 लोग आराम से बैठकर 40-50 की स्पीड में कई किलोमीटर की दूरी तय कर सकते है. साइकिल को चार्ज करने में 4 घंटे लगते है. मात्र 20 रुपए की बिजली खर्च कर 100 किलोमीटर की दूर तय किया जा सकता है. हलदार 60 हजार रुपये में ई साइकिल बनाकर लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गए है.

ई रिक्शा को देख आया था आइडिया

श्रीदम हलदार जब अपने ससुराल कोलकाता गए तब उन्होंने पहली बार ई रिक्शा देखा तब से ऐसा कुछ बनाने के लिए सोच रहने थे. जिससे महंगाई की दौर में पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमत से निजात मिल सके. पुलिस में सेवा देने के बाद अब रामानुजगंज में लगभग 40 एकड़ में मक्का, टमाटर, आलू और तरबूज की खेती करते है. प्रतिदिन 30 किमी का सफर तय कर बलरामपुर से रामानुजगंज आना जाना पड़ता है. पैसे की तंगी होने के कारण ई साइकिल बनाने का सपना महज सपना ही बनकर रह गया था. जिसके बाद मक्के की फसल में मुनाफे के बाद पुराने मोटरसाइकिल के कल-पुर्जे जोड़ ई साइकिल बना दी.

हमारे संवाददाता के साथ खास बातचीत में श्रीदम हलदार ने बताया कि, जब ई रिक्शा निकला था तब मैं सोचा कि अगर ई रिक्शा का पावर दो चक्कों में कन्वर्ट कर दें तो हम पहाड़ी क्षेत्रों में आराम से आना जाना कर सकते है. गांव से यहां आने-जाने के लिए इस ई साइकिल को बनाया हूं. कैसा भी घाट हो मक्खन की तरह चढ़ जाता है. एक बार चार्ज करने के बाद 100 किलोमीटर का माइलेज देता है. चार्ज करने में 3-4 यूनिट की बिजली खर्च कर 4 घंटे में बैटरी फुल हो जाता है.

/ चन्द्र नारायण शुक्ल

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