हरियाणा के अंशुल कंबोज रणजी ट्रॉफी के इतिहास में एक पारी में 10 विकेट लेने वाले तीसरे गेंदबाज बन गए हैं. उन्होंने लाहली में केरल के विरुद्ध खेले जा रहे रणजी मैच में पहली पारी में 49 रन देकर सभी खिलाड़ियों को पवेलियन भेजा. कंबोज ने गुरुवार को रणजी के दूसरे दिन के खेल खत्म होने तक केरल के आठ खिलाड़ियों को पवेलियन भेज दिया था. वहीं शुक्रवार सुबह पहले ओवर में, कंबोज ने बेसिल थम्पी को आउट कर अपना नौवां विकेट लिया और शॉन रोजर को आउट करके अपना 10वां विकेट पूरा किया, जिससे केरल की टीम पहली पारी में 291 रन पर ढेर हो गई.
कंबोज से पहले रणजी में दो खिलाड़ी पहली पारी में 10 विकेट लेने का कारनामा कर चुके हैं. 1956-57 सीजन में बंगाल के प्रेमंगसु मोहन चटर्जी यह उपलब्धि हासिल करने वाले पहले गेंदबाज थे. वहीं राजस्थान के प्रदीप सुंदरम ने 1985-86 सीजन में विदर्भ के विरुद्ध एक मैच में एक पारी में सभी 10 विकेट लिए थे.
कंबोज फर्स्ट क्लास में ऐसा करने वाले छठे गेंदबाज भी बन गए है कंबोज फर्स्ट क्लास में 10 विकेट लेने वाले सिर्फ़ छठे भारतीय गेंदबाज हैं, उनसे पहले कद्दावर लेग स्पिनर अनिल कुंबले, सुभाष गुप्ते और देबाशीष मोहंती इस सूची में शामिल हैं.
इमर्जिंग एशिया कप में इण्डिया ए का कर चुके हैं प्रतिनिधित्व कंबोज पिछले महीने संपन्न हुए इमर्जिंग एशिया कप में इण्डिया ए का अगुवाई कर चुके हैं. उन्होंने टूर्नामेंट के खेले तीन मैचों में 10 की इकोनॉमी दर से गेंदबाजी की और 4 विकेट भी लिए. वहीं इस वर्ष खेले दलीप ट्रॉफी में भी कंबोज ने बहुत बढ़िया प्रदर्शन किया था. वह टॉप विकेट टेकर थे.
उन्होंने इंडिया-C से खेलते हुए 3 मैचों में 3.19 की इकोनॉमी से गेंदबाजी की और 16 विकेट लिए. टूर्नामेंट में अपने दूसरे मैच में उन्होंने आठ विकेट लिया था. इस तरह वह दलीप ट्राफी के एक मैच में आठ विकेट लेने वाले तीसरे तेज गेंदबाज बन गए थे. उनसे पहले मोहंती (10/46) और अशोक डिंडा (8/123) थे.
कंबोज पिछले घरेलू सत्र के दौरान सुर्खियों में आए और उन्हें IPL 2024 सत्र के लिए मुंबई इंडियंस ने चुना. वहीं पिछले वर्ष हरियाणा को पहली बार विजय ट्रॉफी का विरुद्ध दिलाने में कंबोज ने जरूरी किरदार निभाई थी. उन्होंने 10 मैचों में 17 विकेट लेकर सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों में शामिल थे. कंबोज के नाम 15 लिस्ट-ए खेलों में 23 विकेट हैं.