दिल्ली के अलग-अलग इलाको से किडनैप हुई नाबालिग लड़कियों को क्राइम ब्रांच ने लंबी कवायद के बाद खोज निकाला है. इन तीनों किशोरियों को क्रमश: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ, हरियाणा के पानीपत और दिल्ली के ओखला औद्योगिक क्षेत्र से बरामद किया गया है. क्या है पूरा मामला, जानने के लिए पढ़ें आगे…
25 अ्प्रैल से 9 नवंबर के बीच दिल्ली के विभिन्न इलाकों से 15 से 17 साल की नाबालिग लड़कियों के अपहरण होने की एफआईआर अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में दर्ज की गई. नाबालिग लड़कियों के अपहरण से जुड़े ये मामले दिल्ली के मयूर विहार, सनलाइट कालोनी और ओखला इंडस्ट्रियल एरिया से जुड़े थे. स्थानीय पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद जब नाबालिग लड़कियों का कुछ पता नहीं चला, तो मामले की जांच क्राइम ब्रांच की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को सौंप दी गई.
उल्लेखनीय है कि पहला मामला 25 अप्रैल 2024 को पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार फेज वन में दर्ज किया. एफआईआर में बताया गया था कि 17 वर्षीय एक नाबालिग लड़की अचानक घर से लापता हो गई. तमाम कोशिशों के बावजूद किशोरी का कहीं कुछ पता नहीं चला. जिसके बाद, परिजनों ने मयूर विहार पुलिस का दरवाजा खटखटाया. करीब छह महीनों की कोशिश भी इस बच्ची का कुछ पता नहीं चल सका. जिसके बाद परिजनों ने दिल्ली हाईकोर्ट से मदद की गुहार लगाई.
दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश पर इस मामले की जांच 14 अक्टूबर 2024 को मयूर विहार थाना पुलिस से लेकर क्राइम ब्रांच की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को सौंप दी गई. मामले की जांच के लिए इंस्पेक्टर महिंदर लाल के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई, जिसमें एएसआई जितेंद्र कुमार, एएसआई मनोज कुमार, एएसआई हुकम चंद और महिला एएसआई सुनीता भी शामिल थे. जांच के दौरान, मिले सुरागों के आधार पर पुलिस ने कुछ मोबाइल नंबरों के कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) को खंगालना शुरू किया.
जैसे जैसे सीडीआर से नए नए नंबर सामने आते गए, छह महीनों से लापता किशोरी की तरफ पुलिस के कदम बढ़ते गए. आखिर में, पुलिस ने खुफिया जानकारी के आधार पर प्रतापगढ़ (उत्तर प्रदेश) जिले की कुंडा तहसील के अंतर्गत आने वाले गांव प्रीतमपुरा पीड़िता को बरामद कर लिया. यह मामला खत्म हुआ ही था कि तभी सनलाइट कॉलीन से दूसरी वनाबालिग लड़की के लापता होने की खबर आ गई. परिजनों ने पुलिस को बताया कि उसका अपने माता-पिता से झगड़ा हुआ था और जिसके बाद वह घर से निकल गई थी.
इस मामले की जांच भी क्राइम ब्रांच को सौंपी गई. पीड़िता की तलाश के लिए क्राइम ब्रांच की टीम ने तमाम इलाकों की सीसीटीवी फुटेज, कई बाल गृहों, पुनर्वास केंद्रों को खंगाल डाला, लेकिन उसका कहीं कोई पता नहीं चला. इसी बीच, क्राइम ब्रांच को लापता लड़की हरियाणा के पानीपत इलाके में है. जिसके बाद, पुलिस टीम ने छापेमारी कर पानीपत के ओल्ड इंडस्ट्रियल एरिया थानाक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले न्यू बसंत नगर से पीड़िता को बरामद कर लिया. इस मामले में पुलिस ने एक संदिग्ध युवक को हिरासत में लेकर स्थानीय पुलिस के हवाले किया है.
इस मामले के खत्म होते ही एक नया मामला सामने आ गया. यह मामला 9 नवंबर 2024 का है. ओखला औद्योगिक क्षेत्र पुलिस स्टेशन को एक 15 वर्षीय किशोरी के लापता होने की शिकायत मिली. शिकातय में बताया गया कि किशोरी बिना किसी सूचना के अपने घर से चली गई थी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने 10 नवंबर को भारतीय न्याय संहिता की धारा 137(2) के तहत अपहरण का मामला दर्ज कर लिया गया. इस मामले की जांच मिलने के बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने किशोरी कोओखला विहार फेज-1 के तेहखंड गांव से खोज निकाला.
किशोरी से बातचीत में पुलिस को पता चला कि मोबाइल इस्तेमाल को लेकर उसके माता-पिता ने उसे डांटा था, जिससे नाराज होकर वह अपने घर से चली गई थी. घर से निकलने के बाद वह जैतपुर में रहने वाले अपने एक रिश्तेदार के लिए यहां चली गई थी.