एक महीने पहले 53 रुपये का था ये मल्टीबैगर शेयर, अब 36 रुपये हो गई है कीमत
एबीपी लाइव November 16, 2024 02:42 PM

भारतीय शेयर बाजार में इन दिनों गिरावट का दौर जारी है. ज्यादातर लोगों के पोर्टफोलियो लाल हैं. खासतौर से रिलायंस पावर की बात करें तो उसमें पिछले पांच दिन में लगभग 18 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी जा सकती है. हालांकि, रिलायंस पावर के जुलाई-सितंबर 2024 के तिमाही नतीजों में कमाल का प्रॉफिट दिखा है. रिलायंस पावर की दूसरी तिमाही नतीजों में कंपनी का कंसोलिडेटेड प्रॉफिट 2,878.15 करोड़ रुपये रहा.

साल की शुरुआत यानी एक जनवरी 2024 को रिलायंस पावर की कीमत बाजार बंद होते-होते 23 रुपये 95 पैसे थी जो 3 अक्तूबर 2024 तक 53 रुपये 64 पैसे पहुंच गई. यानी लगभग 10 महीनों में रिलायंस पावर की कीमत दोगुनी से ज्यादा हो गई. हालांकि, 3 अक्तूबर के बाद से ही इसमें गिरावट का दौर जारी है और अब इस शेयर की कीमत 36 रुपये 1 पैसे हो गई है.

अनिल अंबानी की मुसीबतें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं. पहले सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने उनकी कंपनी रिलायंस पावर पर अगले तीन सालों के लिए टेंडर में भाग लेने पर बैन लगाया और अब केनरा बैंक ने रिलायंस कम्यूनिकेशन्स, रिलायंस इंफ्राटेल और रिलायंस टेलीकॉम लिमिटेड को फ्रॉड अकाउंट के तौर पर घोषित कर दिया है.

दरअसल, रिलायंस कम्यूनिकेशन्स को शुक्रवार को केनरा बैंक ने एक नोटिस भेजा. इस नोटिस में कहा गया है कि केनरा बैंक ने अनिल अंबानी की रिलायंस कम्युनिकेशंस और उसकी सब्सिडियरी कंपनियों के लोन अकाउंट्स को फ्रॉड घोषित कर दिया है. रिलायंस कम्युनिकेशंस और उसकी सब्सिडियरी कंपनियों के साथ ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. इससे पहले दिसंबर 2020 में भारतीय स्टेट बैंक (SBI), यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन ओवरसीज बैंक ने भी आरकॉम और उसकी सब्सिडियरी कंपनियों के अकाउंट्स को फ्रॉड घोषित कर दिया था.

ऐसा नहीं है कि इन आरोपों पर अनिल अंबानी कुछ नहीं कर रहे हैं. सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की तरफ से दिए गए रिलायंस पावर के नोटिस पर अनिल अंबानी की कंपनी ने हाल ही में अपना स्पष्टीकरण भी जारी किया था. इस मामले में रिलायंस पावर ने एक बयान जारी करते हुए कहा था कि आर पावर और उसकी सब्सिडियरी कंपनियों ने पूरी ईमानदारी से काम किया है और वह धोखाधड़ी का शिकार हुई हैं. कंपनी ने आगे बताया कि इस मामले में तीसरे पक्ष के खिलाफ 16 अक्टूबर, 2024 को दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ECONOMIC OFFENCE WING) में एक आपराधिक शिकायत दर्ज कराई जा चुकी है. बाद में इसी के आधार पर 11 नवंबर 2024 को FIR भी दर्ज की जा चुकी है. अब इस मामले में जांच की जा रही है.

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