उत्तर प्रदेश के झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के NICU में बीती रात भीषण आग लगने से 10 बच्चों की मौत हो गई और 16 बच्चे झुलस गए। घायल बच्चों का इलाज जारी है। एक साथ एक ही अस्पताल में 10 मासूमों की मौत से मातम पसर गया है। सवाल यह पूछा जा रहा है कि आखिर इस मौत का जिम्मेदार कौन? अस्पताल में आखिर आग कैसे लगी? कई ऐसे सवाल हैं, जिनके जवाब जांच में ही सामने आए पाएंगे।
शुरूआत में जो बातें सामने आई हैं वो चौंकाने वाली हैं। जिस झांसी मेडिकल कॉलेज में आग लगने से 10 मासूमों की जान चली गई उसका इसी साल अग्नि सुरक्षा ऑडिट भी किया गया। इस बात की जानकारी खुद राज्य के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने दी है।
झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा, "फरवरी में अग्नि सुरक्षा ऑडिट किया गया था। जून में मॉक ड्रिल भी की गई थी। यह घटना कैसे हुई और क्यों हुई, जांच रिपोर्ट आने के बाद ही हम इस बारे में कुछ कह सकते हैं। सात नवजात शिशुओं के शवों की पहचान कर ली गई है, तीन शवों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। नवजात शिशुओं के परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।"
फिलहाल यह कहा जा रहा है कि शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी होगी। मामले की जांच जारी है। जांच में ही यह बात सामने आएगी कि आखिर आग्निकांड के पीछे वजह क्या है। बताया जा रहा है कि जिस समय NICU में आग लगी उस समय करीब 54 बच्चे मौजूद थे। 37 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।