Unimech Aerospace IPO के GMP में लिस्टिंग के पहले आई गिरावट, BSE, NSE पर शेयर कल होंगे लिस्ट
Unimech Aerospace IPO के शेयर 31 दिसंबर को BSE, NSE पर लिस्ट होने जा रहे हैं. इस इश्यू का तगड़ा जीएमपी पिछले कुछ दिनों से चर्चाओं में है. जीएमपी के आधार पर कहा जा सकता है कि शेयरों की लिस्टिंग जोरदार होने वाली है.बाजार विश्लेषकों के अनुसार Unimech Aerospace IPO GMP 675 रुपये है जो कैप प्राइस की तुलना में 85.9 प्रतिशत अधिक है. वर्तमान जीएमपी संकेत दे रहा है कि शेयरों की अनुमानित लिस्टिंग प्राइस 1460 रुपये हो सकती है. निवेशकों को तगड़ा मुनाफा हो सकता है. हालांकि जीएमपी एक संकेत मात्र है और तेजी से बदलाव के अधीन है.यहां यह बात उल्लेखनीय है कि जीएमपी में गिरावट आई है. 29 दिसंबर को जीएमपी 715 रुपये था जो आज 40 रुपये तक घट गया है. 715 रुपये इस इश्यू का उच्चतम जीएमपी था.जीएमपी में गिरावट आने के बावजूद संकेत मिल रहा है कि जिन निवेशकों को शेयर अलॉट हुए हैं उनकी पहले ही दिन चांदी हो सकती है.यूनीमेक एयरोस्पेस एंड मैन्युफैक्चरिंग लिमिटेड आईपीओ को कुल मिला कर 184.34 गुना का बेहतरीन सब्सक्रिप्शन मिला. रिटेल कैटेगरी 59.19 गुना, एनआईआई कैटेगरी 277.55 गुना और क्यूआईबी कैटेगरी 334.68 गुना बुक हुई.यूनिटेक एयरोस्पेस एंड मैन्युफैक्चरिंग लिमिटेड, एयरोइंजन और एयरफ्रेम प्रोडक्शन के लिए मैकेनिकल असेंबली, इलेक्ट्रो-मैकेनिकल सिस्टम और कंपोनेंट्स जैसे कॉम्प्लेक्स टूल के निर्माण में संलग्न है.कंपनी एक इंजीनियरिंग सॉल्यूशन प्रोवाइडर है जो "बिल्ड टू प्रिंट" और "बिल्ड टू स्पेसिफ़िकेशन" पेशकशों के साथ कॉम्प्लेक्स प्रोडक्ट्स के निर्माण में विशेषज्ञता रखती है.इसमें एयरोस्पेस, रक्षा, ऊर्जा और सेमीकंडक्टर उद्योगों में ग्राहकों की विशिष्ट आवश्यकताओं के आधार पर मशीनिंग, निर्माण, असेंबली, परीक्षण और नए उत्पाद बनाना शामिल है. 31 मार्च 2024 और 31 मार्च 2023 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के बीच यूनिमेक एयरोस्पेस एंड मैन्युफैक्चरिंग लिमिटेड के राजस्व में 125% की वृद्धि हुई और कर के बाद लाभ (पीएटी) में 155% की वृद्धि हुई.कंपनी नए इश्यू से प्राप्त शुद्ध आय का उपयोग मशीनरी और उपकरणों की खरीदी, कार्यशील पूंजी की आवश्यकताओं को पूरा करने, कुछ उधारों को चुकाने और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों को पूरा करने के लिए करेगी.(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं)