दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (आप) ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की दिल्ली मंदिर प्रकोष्ठ यूनिट में बड़ी सेंध लगाते हुए उसके कई सदस्यों को आप में शामिल कराया है। ये सभी आम आदमी पार्टी की "पुजारी ग्रंथी योजना" से प्रभावित होकर आप में शामिल हुए हैं और इन्होंने केजरीवाल को आशीर्वाद देते हुए पार्टी का समर्थन करने की घोषणा की है। आम आदमी पार्टी ने भी ऐलान किया है कि वो आज अपनी सनातन सेवा समिति भी लॉन्च करेगी।
पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को बीजेपी के मंदिर प्रकोष्ठ के 100 से ज्यादा से सदस्यों को आम आदमी पार्टी की सदस्यता दिलवाई और भगवा गमछा पहनाकर उनका स्वागत किया। इस मौके पर "आप" ने ऐलान किया कि वो आज सनातन सेवा समिति की शुरुआत करेगी। इस कार्यक्रम में आम आदमी पार्टी के मुख्यालय में संत समाज और विद्वान जनों ने अरविंद केजरीवाल समेत सभी नेताओं को आशीर्वाद दिया।
इस मौके पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में स्वास्थ्य, शिक्षा और बिजली क्रांति की शुरुआत करने के लिए परमात्मा ने हमें चुना, इसके लिए हम ऊपर वाले का धन्यवाद करते हैं। उन्होंने कहा कि "रघुकुल रीत सदा चली आई, प्राण जाए पर वचन ना जाई।" मैंने जो भी घोषणा की है वो मैं पूरी करूंगा। जो लोग सनातन धर्म और परमात्मा की सेवा में हर समय जुटे रहते हैं, उनका सम्मान और सत्कार करने का सौभाग्य हमें और आम आदमी पार्टी को मिला है। हमने संतों और पुजारियों को हर महीने 18,000 सम्मान राशि देने का ऐलान किया है और हम इसे पूरा करेंगे।
इस मौके पर आचार्य श्री मधुर दास ने कहा कि आज से आम आदमी पार्टी ने सनातन सेवा समिति की शुरुआत की है। समिति को हम लोग देखेंगे और उस पर विचार करेंगे। सनातन के कई अंग है। केजरीवाल ने कहा है कि आप हमारा मार्गदर्शन करें। आप हमें बताएं कि क्या करना है और कैसे करना है। उन्होंने कहा कि संत का कोई निजी कारण नहीं होता है। संत सिर्फ सनातन का कार्य करता है। हम इससे पहले जिसके साथ जुड़े थे, वहां पर तीन वर्षों से केवल बातें हो रही थी।
इस मौके पर जगद्गुरु स्वामी अवधेश प्रपन्ना महाराज ने भी कहा कि यह सनातन है, ये हमारा भारत देश है, जो श्रद्धा और विश्वास का देश है। अरविंद केजरीवाल ने सनातन के साथ चलने का वादा किया है। सनातन के साथ चलेंगे तो हमारा सनातन जागृत हो रहा है। हम सब उसके साथ हैं। उन्होंने कहा कि जो भी आरोप लगे कि देर से याद आई तो समय-समय का फेर है। जब समय आया तब सीता हरण हुआ, समय जब आया रावण वध हुआ, समय से पहले कुछ नहीं होता है। उन्होंने कहा कि पुजारी ग्रंथी योजना से सब पुजारियों के लिए काम कर रहे हैं। कोई नाराज नहीं है।