हाल ही में राघव चड्ढा और परिणिति चोपड़ा का एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा था। ये क्लिप एक टीवी न्यूज़ शो से था जिसमें राघव अपनी पत्नी पर काफी जोक्स मार रहे थे और उनकी कई आदतों से भी ऑडियंस को इस तरह रूबरू करवा रहे थे, जैसे कि वो इन आदतों से काफी परेशान हैं। हमें राघव का बर्ताव काफी प्रॉब्लमैटिक लगा।
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मगर प्रॉब्लम शायद सिर्फ राघव में नहीं है बल्कि हमारे देश की एक पूरी पीढ़ी या फिर कहें एक पूरी कम्युनिटी इस से ग्रसित है और वो है पतियों कि कौम! ज्यादातर इंडियन पति बिना सोचे-समझे दोस्तों या परिवार के बीच पत्नियों से या के लिए ऐसी बातें कह देते हैं जो हर तरह से गलत और अपमानजनक है।
भरी महफिल में पत्नी का मज़ाक उड़ाना (Joking About Your Wife In Front Of Others)Freepik
राघव ऐसा करने वाले पहले मर्द नहीं हैं। ज्यादातर इंडियन पति अपनी पत्नियों का मज़ाक उड़ाने से पहले एक बार भी नहीं सोचते हैं। उन्हें लगता है कि बीवियों पर चुटकुले सुनाना उनका हक है। हम ये नहीं कह रहे कि पति-पत्नी के बीच हंसी-मज़ाक या टांग-खिंचाई नहीं हो सकती। मगर यही मज़ाक जब दोस्तों या बाकी परिवार के सामने करते हैं तो ये काफी इंसल्टिंग है। इसी तरह का मज़ाक अगर कोई पत्नी अपने पति पर करे तो कोई भी पति शायद बर्दाश्त नहीं करेगा।
“अरे तुम पूरा दिन घर पर करती ही क्या हो?” (“What Even Do You Do That Whole Day At Home?”)Freepik
ये एक बहुत ही आम सी बात है जो न सिर्फ पति बल्कि कई बार ससुरालवाले भी बोल देते हैं। मगर इसकी शुरुआत पतियों से ही होती है। जिन भी लोगों की पत्नियां होममेकर्स हैं या वर्क फ्रॉम होम करती हैं उन्हें अक्सर ये कहते हुए सुना जा सकता है कि “आखिर तुम पूरा दिन घर पर करती ही क्या हो”! ये न सिर्फ अपमानजनक है बल्कि ये होममेकर्स के एफर्ट्स और उनकी मेहनत की इंसल्ट भी है। ऐसा कहने वाले सभी पति और फैमिली मेंबर्स शायद भूल जाते हैं कि घर चलाना बच्चों का खेल नहीं है।
दूसरों के सामने पत्नी की गलतियां गिनवाना (Finding Faults In Your Wife In Front Of Others)Freepik
हम जानते हैं कि कोई भी परफेक्ट नहीं होता है, न तो पत्नियां और न ही पति। मगर बतौर पति-पत्नी आपका फर्ज़ होता है कि आप एक-दूसरे की गलतियां या कमियां आपस में डिस्कस करें और एक-दूसरे को बेहतर बनने में मदद करें। हालांकि मर्दों की आदत होती है कि वो दोस्तों या घरवालों के सामने अपनी पत्नियों की कमियों की पूरी लिस्ट लेकर बैठ जाएंगे। सोने पर सुहागा तो तब होता है जब ये अपनी पत्नियों की तुलना अपनी मां, बहन या भाभी से करते हैं और पत्नी को कमतर आंकते हैं।
दूसरी औरतों को फ्लर्टी कॉमप्लिमेंट्स देना (Passive Flirting With Other Women)Freepik
पतियों को लगता है कि दूसरों की पत्नियों की तारीफ करने में कोई बुराई नहीं है। हम भी मानते हैं कि इसमें कोई बुराई नहीं है लेकिन अगर आप ऐसा अपनी पत्नी को कम दिखाने के लिए या फिर उनका तुलना करने के लिए करते हैं तो वो न सिर्फ गलत है बल्कि या आपकी पत्नी का अपमान भी है। इसके साथ ही अपने दोस्तों के साथ दूसरी औरतों की चर्चा करना भी हर तरह से गलत और प्रॉब्लमैटिक है।
“अरे वो बड़ी हैं, थोड़ा सुन लिया करो” (“She’s Elder To You, Just Listen To Her”)Freepik
ये तो आदमियों में एक बहुत ही कॉमन आदत है कि वो घर के मामलों खासतौर पर सास-बहु के मामलों में तो बिल्कुल भी नहीं पड़ना चाहते हैं। इनके पास ऐसे मामलों का एक ही सुझाव होता है कि “वो बड़ी हैं, थोड़ा सुन लिया करो”! यही आदमी खुद भले अपने माता-पिता की बात न सुनें, उनसे अपनी बातें शेयर न करें, उनकी सलाह न मानें और उनसे बहस भी कर लें लेकिन पत्नी से उम्मीद करते हैं कि वो ऐसा न करे।
हमेशा खुद को बेचारा दिखाना (Always Victimising Themselves)Freepik
अकसर हमने इंडियन पतियों को कहते हुए सुना है कि “हमारे घर में तो सिर्फ मिसेज़ की ही चलती है” या फिर “मेरी क्या मजाल जो मैं इनके सामने कुछ बोल दूं” और ऐसी ही न जाने कितनी बातें। इन बातों से पति ये नहीं दिखाना चाहते कि उनकी पत्नियों को भी घर में समान अधिकार मिले हैं बल्कि वो ये दिखाना चाहते हैं कि वो घर में कितने बेचारे हैं और घर में शांति बनाए रखने के लिए उन्हें अपनी पत्नी की बात सुननी पड़ती है।